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टाइग्रे क्षेत्र को छोड़ते हुए वहाँ के निवासी टाइग्रे क्षेत्र को छोड़ते हुए वहाँ के निवासी 

इथियोपियाई अधिकारियों ने कुछ सलेसियन मिशनरियों को रिहा किया

सलेसियन मिशनरी धर्मसंघ के पुरोहितों, ब्रदरों और लोकधर्मियों के एक समूह को सरकारी बलों द्वारा 10 दिन पहले गिरफ्तार और हिरासत में लिया गया था, कुछ को रिहा कर दिया गया और कई अन्य अभी भी हिरासत में हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

अदीस अबाबा, बुधवार 17 नवम्बर 2021(वाटिकन न्यूज) : इथियोपियन पुलिस द्वारा 14 लोगों को अभी भी हिरासत में रखा गया है, जिनमें सलेसियन पुरोहित, धर्मबंधु, लोकधर्मी कर्मचारी शामिल हैं।

फीदेस समाचार एजेंसी के अनुसार, सात सलेसियन पुरोहितों के साथ ही एक नौकरी पेशा महिला को पुलिस ने शनिवार सुबह रिहा कर दिया। सोमवार को वे कथित तौर पर एक अदालत के सामने पेश हुए और उन्हें जमानत पर रिहा किया गया।

आपातकाल और कार्रवाई की स्थिति

हाल ही में घोषित आपातकाल की स्थिति के बीच, इथियोपियाई अधिकारियों ने उन लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी है, जो सरकार के अनुसार, विद्रोही टाइग्रे बलों के "समर्थक" हैं। गिरफ्तार हुए लोगों में सलेसियन मिशनरी, साथ ही 72 मानवीय सहायता ट्रक ड्राइवर और 16 अन्य संयुक्त राष्ट्र मानवीय कर्मचारी शामिल हैं।

5 नवंबर को अदीस अबाबा स्थित गोटेरा के एक केंद्र पर छापेमारी की गई और गिरफ्तार किए गए 17 लोगों को एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। हाल के दिनों में गिरफ्तारी बाद में एक 80 वर्षीय सलेसियन और इटली के मानवीय ऑपरेटर की रिहाई की गई।

इथियोपिया में परमधर्मपीठीय मिशन सोसाइटी के निदेशक धर्माध्यक्ष सीयूम फ्रान्सुआ ने कहा कि वे अपने मिशनरी भाइयों की रिहाई के बारे में जानकर खुश हैं। फीदेस समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि उनकी आशा है कि हिरासत में रखे गये सभी लोगों की शीघ्र रिहाई हो।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि सरकार का उद्देश्य क्षेत्र में मौजूद अंतरराष्ट्रीय सहयोग समूहों (काथलिक कलीसिया से जुड़े लोगों) पर नियंत्रण रखना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा नहीं देते हैं और विद्रोही समूहों का समर्थन नहीं करते हैं।

मानवीय आपातकाल

इस बीच, टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट और इथियोपियाई सरकार के बीच संघर्ष के कारण सलेसियन मिशनरियों ने आर्थिक कठिनाई में पड़े 8,000 से अधिक परिवारों की आर्थिक सहायता के साथ जीवन रक्षक सहायता प्रदान करना जारी रखा है।

मानवीय मामलों के समन्वय के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) की रिपोर्ट है कि एक साल पहले लड़ाई शुरू होने के बाद से, 400,000 लोगों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया गया है। टाइग्रे, अमहारा और अफ़ार क्षेत्रों में अन्य 7 मिलियन लोगों को जीवित रहने के लिए सहायता की आवश्यकता है। इस संघर्ष के कारण करीब दो मिलियन लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं और 100,000 से अधिक शरणार्थी सूडान भाग गए।

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17 November 2021, 16:33