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कारितास स्पेन से पोप ˸ गरीबी में लोगों की देखभाल की आवश्यकता

कारितास स्पेन को लिखे एक पत्र में संत पापा फ्राँसिस ने उदार संगठनों के कार्यों के महत्व पर प्रकाश डाला है तथा प्रोत्साहन दिया है कि वे 75वीँ वर्षगाँठ मनाने के लिए आत्मपरख करें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने कारितास स्पेन के कार्यों की सराहना की है एवं कलीसिया के मानवीय उदारता विभाग से अपील की है कि वह जरूरतमंद लोगों की सेवा करता रहे जब संगठन अपनी 75वीँ वर्षगाँठ मना रही है।

कारितास स्पेन के अध्यक्ष मानुएल ब्रेतोन रोनेरो को प्रेषित संदेश में संत पापा ने लिखा, "कारितास स्पैनिश की स्थापना की 75वीँ वर्षगाँठ मनाने के अवसर पर, मैं आपको एवं संगठन के सभी सदस्यों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ भेजता हूँ।

समारोह का आदर्शवाक्य है ˸ "दूसरों के लिए 75 वर्षों का प्रेम"। संत पापा ने कहा, "यह एक सेवा है जो वर्तमान में प्रदान की जा रही है और आशा के साथ भविष्य के लिए खुली है, यह जानते हुए कि कितने दुःख भोगनेवाले लोगों में क्रूस पर चढ़ाए गए मसीह के चेहरे दिखाई देते हैं, जिन्हें मित्रता, सहायता और सांत्वना प्रदान करना।”

संत पापा ने कारितास को निमंत्रण दिया है कि वे जयन्ती को ईश्वर को धन्यवाद देने एवं पवित्र आत्मा के संचालन में नये रास्ते की परख करने हेतु एक उपयुक्त अवसर के रूप में लें।  

तीन विशेषताएँ

संत पापा ने पत्र में तीन विशेषताओं की ओर इंगित किया, जिनको उदार कार्यों के लिए निर्णय लेते समय नहीं खोया जाना चाहिए कि उदार संगठन की यात्रा एक उत्सव की यात्रा है।

संत पापा ने कहा, "गरीब और वंचित लोग सुसमाचार के विशेषाधिकार प्रापक हैं। वे ईश्वर के हृदय में खास स्थान प्राप्त करते हैं। हम अपने द्वार पर उनके दस्तक की प्रतीक्षा नहीं कर सकते बल्कि उनसे मिलने के लिए हमें बाहर निकलना है, उनकी भलाई एवं पूर्ण विकास की खोज करना है, उनकी प्रतिष्ठा एवं अधिकारों को पहचानना है।    

संत पापा ने यह भी गौर किया कि कारितास यात्रा ईश्वर के तरीके में करूणा की यात्रा है। इस प्रकार, इस मार्ग का अनुसरण करने के लिए, "निरंतर परिवर्तन और ख्रीस्त के समान मनोभाव रखना आवश्यक है, उस हद तक कि हम उनकी भावनाओं एवं दृष्टिकोण को अपना बना सकें, तब हमारा परोपकार अधिक सक्रिय एवं प्रभावशाली होगा।"  

संत पापा ने कारितास स्पेन को प्रोत्साहन दिया कि वह नवीनीकरण के रास्ते पर आगे बढ़े क्योंकि गरीबी की नई वास्तविकताएँ मांग करती हैं कि हम लोगों एवं आमघर की देखभाल करें। उन्होंने कहा कि हमें मुलाकात एवं उदारता की संस्कृति के रास्ते पर चलने के लिए तैयार रहना चाहिए, स्थानीय को वैश्विक से मिलाते हुए, अपने नजदीक के लोगों के साथ कार्य करते हुए परन्तु सार्वभौमिक क्षितिज के लिए भी।   

सेवा में दृढ़ रहना

अंत में, संत पापा ने कारितास स्पेन को प्रोत्साहन दिया कि वे उन कार्यों एवं योजनाओं में आनन्द एवं दृढ़ता से बने रहें जिसको वे स्पानी धर्मप्रांतों में करते हैं और जो भौगोलिक क्षेत्रफल से बाहर अनेक भाई बहनों के लिए है जिन्हें सामीप्य, प्रेम और एकात्मकता की जरूरत है। 

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30 June 2022, 16:52