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सोमालिया में शरणार्थी शिविर सोमालिया में शरणार्थी शिविर  (AFP or licensors)

धर्माध्यक्ष बेर्तिन ˸ 'सोमालिया में अकाल से स्थिति बिगड़ती जा रही है'

वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, मोगादिशू के प्रेरितिक प्रशासक धर्माध्यक्ष जॉर्ज बेर्तिन ने, सोमालिया में 40 वर्षों में सबसे भीषण सूखे का सामना कर रहे मानवीय आपातकाल के बारे में बातें की है, जब कलीसिया इससे प्रभावित लाखों लोगों के लिए मानवीय राहत पहुँचाने की कोशिश कर रही है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

आंकड़े से स्पष्ट हैं और यह एक ऐसी स्थिति को दिखाता है जो सोमालिया में पिछले चार दशकों में अभूतपूर्व है। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) और नार्वे शरणार्थी समिति (एनआरसी) के अनुसार, हॉर्न ऑफ अफ्रीका में भीषण सूखे के कारण इस साल 7,55,000 से अधिक लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं,  जिसके कारण जनवरी 2021 से, विस्थापितों की कुल संख्या 1 मिलियन हो गयी है।

जागने का आह्वान

सोमालिया के निदेशक मोहमद अबदी ने कहा, "यह मील का पत्थर जागने का एक बड़ा बुलावा है।" बारिश की कमी के कारण अत्यधिक खाद्य असुरक्षा से प्रभावित लोगों की संख्या आनेवाले महीनों में लगभग 5 मिलियन से बढ़कर 7 मिलियन से अधिक होने की उम्मीद है।

खाद्य संकट यूक्रेन में युद्ध से बढ़ गया है

जलवायु संबंधी संकट, यूक्रेन में युद्ध के कारण खाद्य पदार्थों की बढ़ी कीमत से बदतर हो गया है।

अबदी ने चेतावनी देते हुए कहा, "अकाल अब पूरे देश को सता रहा है। हम अधिक से अधिक परिवारों को सब कुछ छोड़ने के लिए मजबूर होते देख रहे हैं क्योंकि उनके गांवों में सचमुच पानी या भोजन नहीं है। "इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, मदद के लिए अनुदान राशि बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है।"

धर्माध्यक्ष जॉर्ज बेरतिन 2021 से मोगादिशू के प्रेरितिक प्रशासक हैं जो इस मानवीय आपातकाल के प्रत्यक्षदर्शी हैं। उन्होंने वाटिकन रेडियो को वहाँ की विकट परिस्थिति की पुष्टि दी।

अर्ध-खानाबदोश लोग सबसे पहले सूखे से प्रभावित होते हैं

इटली में जन्मे धर्माध्यक्ष ने पिछले हफ्ते, सोमालिया के लिए प्रेरितिक प्रतिनिधि, महाधर्माध्यक्ष एंटोनी कैमिलेरी के साथ, आपातकालीन मानवीय सहायता के प्रभारी एक सरकारी अधिकारी से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें बताया कि स्थिति "दक्षिण-पश्चिम, मध्य क्षेत्रों और सोमालीलैंड के उत्तर-पूर्व के हिस्सा में अधिक कठिन है।"

धर्माध्यक्ष बेरतिन ने बतलाया कि इन क्षेत्रों में, सबसे कमजोर आबादी अर्ध-घुमंतूओं की है, जो पशुपालन और कृषि से अपना जीविका उपार्जन करते हैं। "यदि बारिश नहीं हुई तो वे ही हैं जो सबसे पहले प्रभावित होते हैं।" वे अपने घर से भागने के लिए मजबूर होते और देश के मुख्य नगरों के बाहरी इलाके में भीड़ जमा करते हैं।

कलीसिया का राहत प्रयास

कई वर्षों से काथलिक कलीसिया स्थानीय कारितास के माध्यम से राहत कार्यों में सक्रिय है जो जमीनी स्तर पर सोमालिया के संगठनों के साथ कार्य करती है।  

देश में जारी संघर्ष एवं राजनीतिक अस्थिरता के कारण कुछ क्षेत्रों में पहुँचना कठिन है।

अंतरराष्ट्रीय सहायता की अत्यन्त आवश्यकता

खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने पिछले सप्ताह कहा कि यदि फसल खराब हो जाती है और पशुधन उत्पादन में कमी जारी रहा तो सोमालिया के आठ क्षेत्रों में सितंबर तक अकाल पड़ जायेगा।

संयुक्त राष्ट्र संगठन ने चेतावनी दी है कि यह विस्तृत रूप से फैल सकता है यदि प्रमुख चीजों की कीमत बढ़ती रहे और यदि मानवीय सहायता पहुँचने में असफल रहे।

इन चिंताओं को यूएनएचसीआर ने दुहराया

सोमालिया में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्च आयोग (यूएनएचसीआर) के प्रतिनिधि मगात्ते गूस ने कहा, "सोमालिया की स्थिति इस नवीनतम संकट से पहले से ही सबसे कम वित्तपोषित स्थितियों में से एक थी। यद्यपि हम और हमारे मानवीय सहयोगी स्थिति का जवाब देने के लिए जितना कर सकते हैं कर रहे हैं, हमारे संसाधन ही अपर्याप्त हैं।

जून में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने घोषणा की कि इथियोपिया, केन्या और सोमालिया में सूखे से प्रभावित 1.5 मिलियन आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों, शरणार्थियों और मेजबान समुदायों के सदस्यों की मदद के लिए उसे 42.6 मिलियन डॉलर की आवश्यकता है।

धर्माध्यक्ष बेर्तिन ने वाटिकन न्यूज को बताया कि सोमालिया के साथ एकजुटता के लिए एक नई अंतरराष्ट्रीय अपील आनेवाले दिनों में कारितास इंटरनेशनल के समर्थन से शुरू की जाएगी।

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13 August 2022, 15:34