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जकार्ता के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल इग्नासियुस सुहार्यो जकार्ता के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल इग्नासियुस सुहार्यो  

कार्डिनल सुहार्यो: कलीसिया भाईचारे की दिशा में प्रयासों को प्रोत्साहित करती है

जकार्ता के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल इग्नासियुस सुहार्यो ने देश में विश्वसनीय भाईचारे के मार्ग पर अन्य धर्मों के साथ काम करने के लिए कलीसिया के खुलेपन पर प्रकाश डाला।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

जाकार्ता, सोमवार 21 नवम्बर 2022 (वाटिकन न्यूज) : इंडोनेशिया, 17,000 से अधिक द्वीपों वाला देश, अपने 230 मिलियन से अधिक लोगों की विविधता की समृद्धि पर गर्व करता है। यह विविधता विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों, धर्मों और लोगों के राजनीतिक झुकाव में दिखाई देती है।

इस "विविधता में एकता" के बीच में, देश में स्थित छोटे धर्मों में से एक होने के बावजूद कलीसिया मौजूद और सक्रिय है।

जकार्ता के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल इग्नासियुस सुहार्यो ने कहा कि कलीसिया को सामान्य स्तर पर इंडोनेशियाई समाज में अपना स्थान खोजने में कोई समस्या नहीं है और यह विश्वस्नीय भाईचारे का निर्माण करने के लिए अन्य धर्मों के साथ काम करती है।

जी-20, आर-20 और इंडोनेशिया में कलीसिया

देश ने जी 20 शिखर सम्मेलन की अपनी 2022 अध्यक्षता पूरी की है, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को बाली में संयुक्त रूप से नीति को प्रभावित करने के लिए इकट्ठा होते देखा जो विश्व अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर स्थापित करेगा।

शिखर सम्मेलन में आर-20 (धर्म 20) सहित कई साइड इवेंट्स भी शामिल थे, जिसने समाज में धर्म और अंतर्धार्मिक संवाद के लिए एक स्थान प्रदान किया। कार्डिनल सुहार्यो ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत इंडोनेशिया के धर्म विभाग द्वारा की गई थी, जिसने कलीसिया सहित सभी धर्मों को निमंत्रण दिया था।

कार्डिनल सुहार्यो के अनुसार, सभी के लिए यह खुला निमंत्रण, आशा का संकेत है कि "इंडोनेशिया सभी धर्मों के लिए खुला रहेगा," और जो राज्य पर एक धर्म की इच्छा को थोपने की मांग कर रहे हैं, वे सफल नहीं होंगे।

उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता इस बात का प्रमाण है कि इंडोनेशिया "जैसा वे कहते हैं वैसा नहीं है" या जैसा कभी-कभी दूसरों द्वारा चित्रित किया जाता है। बल्कि यह खुशहाल नागरिकों का देश है।

अन्य धर्मों के बीच कलीसिया

कार्डिनल सुहार्यो देश में अन्य धर्मों के साथ काम करने के महत्व पर प्रकाश डालते हैं।

उन्होंने कहा, "हम अपनी शब्दावली से 'अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक' को मिटाने की कोशिश करते हैं क्योंकि हम सभी इंडोनेशियाई नागरिक हैं।" दरअसल, इस्लामिक संगठन के अध्यक्ष और अन्य धार्मिक समुदायों के प्रमुखों ने 20 वर्षों के लिए विश्वसनीय भाईचारे को बढ़ावा देने का एक ही विचार साझा किया है।

धर्मसभा मार्ग

विश्वव्यापी कलीसिया धर्माध्यक्षों की धर्मसभा की तैयारी में धर्मसभा मार्ग पर है, जो अगले वर्ष आयोजित होने वाली है। इंडोनेशिया में 37 धर्मप्रांत भी इस प्रक्रिया में जमीनी स्तर से लेकर धर्माध्यक्षीय सम्मेलन तक सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लोगों ने गरीबी, संभावित धार्मिक संघर्ष, पारिस्थितिकी, एकता, प्रौद्योगिकी की चुनौतियों और तलाक सहित कुछ मुद्दों को सुर्खियों पर लाने के महत्व पर प्रकाश डाला है। समापन करते हुए, कार्डिनल सुहार्यो ने इंडोनेशिया में 700 से अधिक जातियों के बीच धार्मिक रूप से संतुलित राज्य सुनिश्चित करने के लिए राज्य के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने पुष्टि की कि कलीसिया विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रही है - एक सिद्धांत जो देश के संविधान में भी अंतर्निहित है।

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21 November 2022, 15:35