खोज

कारितास इंटरनैशनल कारितास इंटरनैशनल 

विश्व मानवीय राहत दिवस पर कारितास इंटरनैशनल की उम्मीदें

विश्व मानवीय राहत दिवस पर, कारितास इंटरनैशनल ने अपने "स्थानीय नायकों" की याद की तथा वैश्विक मानवीय राहत स्थिति के बढ़ने पर रिपोर्ट जारी किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

1 अगस्त को विश्व मानवीय राहत दिवस मनाया जाता है। यह दिन मानवीय राहत कर्मियों के लिए समर्पित किया गया है। कारितास इंटरनैशनल ने मानवीय राहतकर्मी संघ को धन्यवाद दिया है जो करीब 200 देशों एवं क्षेत्रों में मानव प्रतिष्ठा को बचाने एवं बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। वे गरीबों एवं सबसे कमजोर लोगों को सहायता एवं सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं।  www.caritas.org website एवं कारितास सोशल मीडिया चैनल पर "हमारे स्थानीय नायक" शीर्षक से एक अभियान जारी किया गया है।    

कारितास इंटरनैशनल के महासचिव अलोइस जॉन ने कहा, "कारितास के स्वयंसेवक विश्व में हर जगह, संकट के पहले, संकट के समय और संकट के बाद में, हर समय तैयार रहते हैं। वे समुदाय के साथ हैं और उसके हिस्से भी हैं, वे न केवल राहत सहायता पहुँचा रहे हैं बल्कि वे सतत् विकास, शांति निर्माण और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं। वे मनुष्यों को अपनी सेवा देते हैं और उनके लिए अपना जीवन भी अर्पित करते हैं।

कारितास इंटरनैशन ने इस दिन, वैश्विक स्तर पर मानवीय स्थिति के अधिक बिगड़ने की निंदा की है, जिसके परिणामस्वरूप लाखों लोग पीड़ित हैं।

यूक्रेन में युद्ध, कोविड-19 महामारी और जलवायु परिवर्तन के परिणामों का प्रभाव विश्व स्तर पर पड़ा है, इन परस्पर जुड़े कारकों से उत्पन्न होनेवाले प्रमुख मानवीय संकटों की, एक श्रृंखला बन गई है।

कारितास इंटरनैशनल ने भी गौर किया है कि कई देशों में कमजोर आर्थिक परिस्थिति के कारण खाद्य संकट बढ़ गया है जिसके कारण गरीब और असहाय लोग मानवीय राहत सुविधाओं पर निर्भर हो गये हैं। जॉन ने कहा, "यूक्रेन संकट ने दिखलाया है कि खाद्य पदार्थ राजनीतिक हथियार बन चुके हैं जिससे लाखों लोगों के लिए पर्याप्त पोषण की पहुँच दांव पर है। इससे सबसे अधिक प्रभावित गरीब लोग हैं जिन्हें अपनी मौलिक आवश्यकताओं से वंचित होना पड़ रहा है जिससे स्वास्थ्य का खतरा भी बढ़ा है।"

जलवायु संबंधी घटनाएँ और संघर्षों ने नये तरीके की मजबूरी उत्पन्न की है जिससे लाखों लोग अपना जीवन बचाने हेतु अपना घर छोड़कर भाग रहे हैं, खासकर, सीरिया, वेनेजुएला, मध्य अफ्रीका गणराज्य और कोंगो गणराज्य में ऐसी स्थिति देखने को मिलती है।    

अलोइस जॉन ने कहा कि आज हमारा विश्व एक मानवीय त्रासदी झेल रहा है जहाँ लोग मानव व्यक्ति के रूप में जीने का अधिकार खो रहे हैं। "हमारी दुनिया जिस मानवीय संकट का सामना कर रही है, उसके समाधान के रूप में अभिन्न पारिस्थितिकी का समर्थन करने के लिए हम पोप फ्राँसिस की निरंतर पुकार को प्रतिध्वनित करते और उसे समर्थन देते हैं। इस संकट से बाहर निकलने का यही एकमात्र तरीका है।"

अतः कारितास इंटरनैशन ने विश्व मानवीय राहत दिवस 2022 को सभी निर्णय लेने वालों से अपील की है कि वे गरीबों की पुकार सुनें और सम्मानजनक जीवन के लिए अपनी आकांक्षाओं को सभी राजनीतिक निर्णयों के केंद्र में रखें। साथ ही, सामुदायिक स्तर पर शांति और मेल-मिलाप को बढ़ावा देने के कार्यों का समर्थन करें।

उन्होंने आशा व्यक्त की है कि विश्व मानवीय राहत दिवस सभी लोगों को उचित कार्यों के माध्यम से मौलिक मानवाधिकारों के मुद्दों का सामना करने का अवसर प्रदान करेगा। सार्वभौमिक एकजुटता और सहायक राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ मानवीय कारणों के प्रति प्रतिबद्धता ही सबसे कमजोर लोगों की अनगिनत मानवीय पीड़ाओं को कम करने का एकमात्र तरीका है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

18 August 2022, 16:49