2025.11.05 आमदर्शन समारोह में संत पापा लियो प्रांगण में विश्वासियों का अभिवादन करते हुए 2025.11.05 आमदर्शन समारोह में संत पापा लियो प्रांगण में विश्वासियों का अभिवादन करते हुए  (@Vatican Media)

भले चरवाहे की दया की चिंतनशील धर्मबहनें 200 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही हैं

भले चरवाहे की दया की चिंतनशील धर्मबहनों ने कार्डिनल लुइस अंतोनियो टागले की अध्यक्षता में आयोजित पवित्र मिस्सा समारोह के साथ अपने धर्मसमाज की स्थापना की 200वीं वर्षगांठ समारोह का समापन करेंगे।

लियाम माइकेल क्विन-आरजीएस संचार प्रबंधक

रोम मंगलवार, 11 नवंबर 2025 (वाटिकन न्यूज) : भले चरवाहे की दया की चिंतनशील धर्मबहनों (आरजीएस) का वर्ष भर चलने वाला द्विशताब्दी समारोह आधिकारिक तौर पर 11 नवंबर, 2025 को पवित्र मिस्सा समारोह के साथ संपन्न होगा। प्रचार विभाग के प्रो-प्रीफेक्ट कार्डिनल लुइस अंतोनियो टागले, रोम में मिस्सा समारोह का आयोजन करेंगे।

वेबिनार और चिंतन की एक श्रृंखला के बाद, 100 से अधिक धर्मबहनें और मिशन सहयोगी 5 नवंबर, 2025 को संत पापा लियो 14वें के साथ आम दर्शन के लिए संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित हुए। येसु मसीह के पुनरुत्थान पर संत पापा के चिंतन ने धर्मसमाज की ऐतिहासिक जड़ों और चल रहे मिशन के साथ गहराई से प्रतिध्वनित किया। परिवर्तनकारी नवीनीकरण और नई रचना का विषय—चिंतनशील पहचान का केंद्र—संत पापा के संदेश में प्रतिध्वनित हुआ। संत पापा ने कहा, "हमारी नाज़ुक मानवता के सामने, मसीह का पुनरुत्थान देखभाल और उपचार बन जाता है, जो जीवन द्वारा प्रतिदिन प्रस्तुत की जाने वाली भयावह चुनौतियों के बीच, व्यक्तिगत और वैश्विक रूप से, आशा का पोषण करता है।"

चिंतनशील बहनों के धर्मसमाज की स्थापना 1825 में हुई थी जब संत मेरी यूफ्रेसिया ने प्रार्थना और उपस्थिति का जीवन जीने की महिलाओं की गहरी आध्यात्मिक लालसा को स्वीकार किया था।

धर्मसमाज की द्विशताब्दी समिति की सदस्य, सिस्टर शिरली तोमाला ने बताया कि कैसे उन्होंने "आज की दुनिया की चुनौतियों के सामने आशा न खोने, बल्कि स्वागत करने वाले, उपचार करने वाले और सम्मान देने वाले हृदय के साथ भविष्य की ओर बढ़ते रहने" के आह्वान को महसूस किया। उन्होंने कहा कि यह चिंतनशील हृदय धर्मसमाज के मिशन, यानी मेल-मिलाप का आध्यात्मिक हृदय है। प्रार्थना और उपस्थिति का उनका जीवन धर्मसमाज के प्रेरितिक कार्य का पूरक है।

भले चरवाहे येसु की दया और करुणा से प्रेरित होकर, धर्मबहनें और मिशन सहयोगी, भेद्यता, अन्याय और शोषण की परिस्थितियों का सामना कर रही लड़कियों, महिलाओं और परिवारों को सशक्त बनाने के लिए आगे आ रही हैं।जैसे-जैसे द्विशताब्दी समारोह समाप्त हो रहा है, चिंतनशील धर्मबहनें कहती हैं कि उनका मिशन प्रार्थना और उपस्थिति को जीवंत करने का आह्वान भविष्य में भी नई जीवंतता के साथ जारी रहेगा।

आरजीएस धर्मसमाज की प्रमुख, सिस्टर जोन मेरी लोपेज़ ने द्विशताब्दी वर्ष के लिए अपनी आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुझे आशा है कि यह हम सभी में अनुग्रह द्वारा आकार लेने और दीप्तिमान बनने के लिए एक नए खुलेपन को पुनः प्रज्वलित करेगा, ताकि एक साथ, एक कलीसिया के रूप में और ईश्वर के लोगों के रूप में, हम ईश्वर के प्रेम की अग्नि को अपने माध्यम से दुनिया के हृदय में गर्म, प्रकाशित और चमकने दें।"

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11 नवंबर 2025, 11:07