पोप ने समुद्र की प्रेरिताई को धर्मवैधानिक ईकाई स्थापित किया
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 14 नवंबर 2025 (रेई) : गुरुवार, 13 नवंबर को प्रकाशित एक दस्तावेज (काइरोग्राफ) के साथ, पोप लियो 14वें ने औपचारिक रूप से समुद्र के प्रेरिताई को समुद्र के प्रेरितिक कार्य के केंद्रीय और समन्वयकारी निकाय के रूप में स्थापित किया है। साथ ही, पोप ने इसके नियमों को भी मंजूरी दी है।
"समुद्र के लोगों" की सेवा
कई वर्षों से, कलीसिया "समुद्र के लोगों" - नाविकों, समुद्री श्रमिकों, उनके परिवारों और उन सभी लोगों के साथ रहा है जिनका जीवन समुद्र, नदियों और झीलों में नौवहन और मछली पकड़ने से निकटता से जुड़ा है।
काइरोग्राफ में "प्रेरितिक पीठ के प्रेरितिक और विधायी हस्तक्षेपों का स्मरण किया गया है, जिनका उद्देश्य उन विश्वासियों की आध्यात्मिक आवश्यकताओं को पूरा करना है, जो मानवीय गतिशीलता के कारण, सामान्य प्रेरितिक देखभाल से लाभ नहीं उठा सकते।" यह प्रेरितिक चिंता पोप पीयुस दसवें के 1914 के मोतू प्रोप्रियो, इआम प्रीदेम से जुड़ी है।
ये सभी पहल समुद्री जगत में रहने और काम करनेवालों की विशिष्ट आध्यात्मिक आवश्यकताओं के प्रति कलीसिया की सजग देखभाल की गवाही देती थी। दस्तावेज में प्रवासियों और भ्रमणकारियों की आध्यात्मिक देखभाल हेतु तत्कालीन परमधर्मपीठीय आयोग के 1977 के आदेश अपोस्तोलातुस मेरिस का भी उल्लेख है, जिसने द्वितीय वाटिकन महासभा के आलोक में मानदंडों और संकायों को संशोधित किया था।
बाद में संत जॉन पॉल द्वितीय का मोतू प्रोप्रियो स्टेला मेरिस (31 जनवरी, 1997) आया, जिसने पिछले नियमों को अद्यतन किया, और पोप फ्राँसिस का निर्देश जिसमें समुद्र के प्रेरिताई के कार्य की जिम्मेदारी समग्र मानव विकास को बढ़ावा देनेवाले विभाग को सौंपी गई - जो अब प्रवासियों और भ्रमणशील लोगों की प्रेरितिक देखभाल के लिए जिम्मेदार है।
काइरोग्राफ में बताया गया है कि इस केंद्रीय और समन्वयकारी निकाय का निर्माण "इस उत्कट इच्छा से उपजा है कि समुद्र की प्रेरिताई में कलीसिया की आध्यात्मिक देखभाल उत्साह और उदारता के साथ जारी रहे।"
2022 से परामर्श
नये निकाय का निर्माण परामर्श की लम्बी प्रक्रिया का परिणाम है जिसकी शुरूआत अक्टूबर 2022 में हुई थी। जिसमें राष्ट्रीय निदेशक और सभी महाद्वीपों के समुद्र की प्रेरिताई का समर्थन करनेवाले धर्माध्यक्ष शामिल हैं।
ये चर्चाएँ 2025 तक जारी रहीं और समुद्र की प्रेरिताई के उद्देश्यों एवं संरचना पर अधिक लक्षित परामर्श हुए।
इन परामर्शों का नेतृत्व और समन्वय समग्र मानव विकास को बढ़ावा देनेवाले विभाग द्वारा किया गया, जो प्रेरितिक संविधान प्रेदिकाते इवांजेलियुम के अनुच्छेद 166,1 के अनुसार, समुद्र के प्रेरितत्व के संपूर्ण कार्य का नेतृत्व और इसके केंद्रीय समन्वय निकाय की देखरेख दोनों का कार्य करता है।
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