बुज़ुर्गों के बीच संत पापा : "आप सभी के लिए ज्ञान और खजाना हैं"

तुर्की में अपने दूसरे दिन, संत पापा लियो 14वें गरीबों की छोटी बहनों का शेल्टर होम गए, जहाँ धर्मबहनें सौ से ज़्यादा सालों से दूसरों की सेवा में लगी हुई हैं। ये धर्मबहनें विश्व के 30 देशों में और वभिन्न धर्मों के बुज़ुर्गों, बीमारियों से जूझ रहे लोगों, विकलांगों या छोड़े गए लोगों की देखभाल करती है।

वाटिकन न्यूज

इस्तांबुल, शुक्रवार 28 नवंबर 2025  (रेई) : सेंट्रल इस्तांबुल के ठीक बाहर गरीबों की छोटी बहनों का नर्सिंग होम शहर के हर पृष्ठभूमि के बुज़ुर्गों के लिए एक घर है: तुर्क, अर्मेनियाई, अफ्रीका के कई देशों से आए प्रवासी  और यहाँ तक कि इस्तांबुल की ऐतिहासिक यहूदी आबादी के सदस्य भी हैं।

बुजुर्गों से मिलते हुए संत पापा लियो 14वें
बुजुर्गों से मिलते हुए संत पापा लियो 14वें   (@Vatican Media)

प्रमुख द्वार पर संत पापा का स्वागत धर्मसमाज की मदर जनरल और समुदाय की मदर सुपीरियर ने किया और वे सब मिलकर घर के चैपल की ओर बढ़े, जहाँ घर के बुजुर्ग, स्टाफ़, मेहमान और मदद करने वाले लोग (लगभग 200 लोग) मौजूद थे।

गर्मजोशी से स्वागत

जैसे ही संत पापा गलियारे से नीचे आए, महिलाओं के एक क्वायर ने—जिसमें कांगो, अंगोला, कैमरून और बुर्किना फासो के प्रवासी शामिल थे—आवे मारिया और लॉदाते दोमिनुम गाया।

संत पापा ने कई लोगोंसे हाथ मिलाया, फ़ोटो खिंचवाने और कुछ बातें करने के लिए रुके और फिर पवित्र साक्रामेंट के सामने थोड़ी देर के लिए घुटनों के बल प्रार्थना की।

सिस्टर मार्गरेट सियरसन, ने समुदाय की तरफ से संत पापा का स्वागत किया। उन्होंने संत पापा को उनके आने के लिए धन्यवाद दिया, और कहा कि इससे घर के रहने वालों को पता चलेगा का "भगवान उनसे बहुत प्यार करते हैं।"

प्रार्थनालय में संत पापा लियो 14वें संदेश देते हुए
प्रार्थनालय में संत पापा लियो 14वें संदेश देते हुए   (@Vatican Media)

संत पापा ने धर्मबहनों के स्वागत और मेहमाननवाज़ी के लिए बहुत आभार व्यक्त किया। संत पापा ने कहा कि मेहमाननवाज़ी इस घर का एक उपहार है! यह सच में ईश्वर की तरफ़ से मिला एक तोहफ़ा है और गरीबों की छोटी बहनों, स्टाफ़, सहायता कर्मियों और सभी रहने वालों की वजह से, आप सब मिलकर रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कामयाब होते हैं। आप सभी का शुक्रिया!

संत पापा ने उनके साथ दो बातें साझा कीं

वहां कार्यरत गरीवों की छोटी धर्महनों के साथ संत पापा लियो 14वें
वहां कार्यरत गरीवों की छोटी धर्महनों के साथ संत पापा लियो 14वें   (@Vatican Media)

गरीबों की छोटी बहनें

संत पापा ने कहा, पहली बात आपके नाम से प्रेरित है, प्यारी बहनों, क्योंकि आप “गरीबों की छोटी बहनें” हैं। यह एक सुंदर नाम है, और ऐसा नाम जो हमें सोचने पर मजबूर करता है! हाँ, प्रभु ने आपको न सिर्फ़ गरीबों की मदद करने के लिए बुलाया है, बल्कि आपको उनकी “बहनें” बनने के लिए भी बुलाया है! आपको येसु की तरह बनना है, जिन्हें पिता ने न सिर्फ़ हमारी मदद करने और सेवा करने के लिए, बल्कि हमारा भाई बनने के लिए भी भेजा। ख्रीस्तीय दान का राज़ यह है कि दूसरों के लिए होने से पहले, हमें भाईचारे पर आधारित मेलजोल में दूसरों के साथ रहना चाहिए।

सभी के लिए ज्ञान और खजाना

संत पापा ने कहा, "दूसरी बात मुझे आप लोगों ने, इस घर के प्यारे निवासियों ने सुझाई। आप बुज़ुर्ग हैं। इस “बुज़ुर्ग,” शब्द को, आज अपना असली अर्थ खोने का खतरा है। कई सामाजिक माहौल में, जहाँ कुशलता और भौतिकवाद हावी है, बुज़ुर्गों के लिए सम्मान की भावना खो गई है। इसके विपरीत, पवित्र ग्रंथ और अच्छी परंपराएँ हमें सिखाती हैं कि – जैसा कि संत पापा फ्राँसिस दोहराना पसंद करते थे – बुज़ुर्ग लोगों के ज्ञान हैं, उनके पोते-पोतियों, परिवारों और पूरे समाज के लिए एक खज़ाना हैं। इसलिए, इस घर को दोहरा धन्यवाद, जो भाईचारे के नाम पर लोगों का स्वागत करता है, और खासकर बुज़ुर्गों का स्वागत करता है। हम जानते हैं कि यह आसान नहीं है क्योंकि इसके लिए बहुत धीरज और प्रार्थना की ज़रूरत होती है। तो अब, आइए हम प्रभु से प्रार्थना करें कि वे आपका साथ दें और आपको सहारा दें। आप सभी पर, मैं ईश्वर का आशीर्वाद चाहता हूँ।"

संत पापा अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देते हुए
संत पापा अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देते हुए   (@Vatican Media)

इतना कहने के बाद संत पापा ने प्रणाम मरिया प्रार्थना का पाठ किया आर प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

संत पापा वहाँ अपनी सेवा देने वाली सभी बहनों से हाथ मिलाया। धर्मबहनों ने संत पापा को उपहार दिया और संत पापा ने भी अपनी ओर से प्रार्थनालय के लिए माता मरिया की प्रतिमा भेंट की।

संत पापा लियोः गरीबों की छोटी बहनों से भेंट

संत पापा लियो ने गरीबों की छोटी बहनों के बुजुर्गों के लिए बने गृह के ऑनर बुक में लिखा : “मैं इस घर को, इसके सभी निवासियों को और खास तौर पर, यहां उनकी सेवा और सबके लिए उनकी गवाही के लिए गरीबों की छोटी बहनों को दिल से आशीर्वाद देता हूँ। मेरे प्रेरितिक आशीर्वाद के साथ।”

गरीबों की छोटी बहनों के बुजुर्गों के लिए बने गृह के ऑनर बुक  में लिखते हुए संत पापा लियो 14वें
गरीबों की छोटी बहनों के बुजुर्गों के लिए बने गृह के ऑनर बुक में लिखते हुए संत पापा लियो 14वें   (@Vatican Media)

दोपहर का प्रोग्राम

लगभग आधे घंटे के बाद, संत पापा प्रेरितिक प्रलिनिधि भवन गये। वहाँ उन्होंने तुर्की के प्रधान रब्बी से मुलाकात की। दोपहर में, वे अपनी पूरी तुर्की यात्रा के आखिरी प्रोग्राम के लिए, नाइसिया के पुराने शहर इज़निक के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी और कुस्तुंतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम प्रथम, धर्माध्यक्षों, ख्रीस्तीय कलीसियाओं के प्रतिनिधियों के साथ इतिहास की पहली ख्रीस्तीय एकता महासभा की 1,700वीं सालगिरह समारोह मनाने पहुँचे।

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28 नवंबर 2025, 13:16