कोप 30 में धर्माध्यक्षों से पोप : हम सृष्टि के संरक्षक हैं, उसकी लूट के प्रतिद्वंद्वी नहीं

पोप लियो 14वें ने ब्राजील में कोप30 में भाग ले रहे ग्लोबल साउथ के धर्माध्यक्षों और कार्डिनलों को एक वीडियो संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने सहयोग का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि यदि हम शब्दों के बजाय कर्मों को चुनें तो अभी भी देर नहीं हुई है।

वाटिकन न्यूज

ब्राजील, मंगलवार, 18 नवंबर 2025 (रेई) : कोप 30 ने अपनी चर्चा का काफी समय ग्लोबल साऊथ को समर्पित किया है और काथलिक कलीसिया भी इसका अपवाद नहीं रहा है, जिसकी बैठकों और संगोष्ठियों में एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और करिबियन सभी का प्रतिनिधित्व उनके संबंधित कार्डिनलों के माध्यम से किया गया।

पोप लियो ने भी अपना आध्यात्मिक सामीप्य ग्लोबल साऊथ के लोगों के लिए प्रकट किया है और कोप में भाग ले रहे प्रतिभागी धर्माध्यक्षों के लिए एक वीडियो संदेश भेजा है।  

17 नवम्बर को, जब दूसरे सप्ताह का पहला दिन समाप्त होने पर था, पोप लियो भी अमाजोन में उपस्थित हुए, और उन्होंने कोप30 में अपने भाई कार्डिनलों को "नबी की आवाज" बनने के रूप में वर्णित किया, जो "शब्दों और इशारों से दुनिया को बता रहे हैं कि अमाजोन क्षेत्र सृष्टि का एक जीवित प्रतीक बना हुआ है, जिसे देखभाल की तत्काल आवश्यकता है।"

अमाजोन के संग्राहालय में एकत्रित धर्माध्यक्षों को संबोधित करते हुए पोप ने कहा, “आप निराशा के बदले आशा एवं कार्य चुनें, एक ऐसे वैश्विक समुदाय का निर्माण करें जो एक साथ काम करता हो। उन्होंने प्रगति को मान्यता देते हुए जोर दिया कि यह काफी नहीं है तथा आशा एवं दृढ़ विश्वास को नवीनीकृत किये जाने की आवश्यकता है, न केवल शब्दों और आकांक्षाओं में, बल्कि ठोस कार्यों में भी।”

पोप ने कहा, “सृष्टि बाढ़, सूखा, आँधी और तेज गर्मी के कारण रो रही है।” इस बात पर गौर करते हुए कि हर तीन में से एक व्यक्ति जलवायु परिवर्तन के कारण बिलकुल दयनीय स्थिति में जीवन व्यतीत कर रहा है उन्होंने कहा कि उनके लिए जलवायु परिवर्तन एक दूर का खतरा नहीं है और उन लोगों को नजरअंदाज करना हमारे साझा मानवता को अस्वीकार करना है। पोप ने जोर देकर कहा कि वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5°C से नीचे रखने के लिए अभी भी समय है, लेकिन यह समय समाप्त हो रहा है। "ईश्वर की सृष्टि के संरक्षक होने के नाते, हमें विश्वास और नबी की आवाज के साथ, उस उपहार की रक्षा के लिए तत्परता से कार्य करने का आह्वान किया जाता है जो उन्होंने हमें सौंपा है।"

इसके बाद पोप लियो ने इस बात पर भी गौर किया कि पेरिस समझौता ने वास्तविक प्रगति भी की है, और इसे "लोगों और ग्रह की रक्षा के लिए हमारा सबसे मजबूत साधन" बताया। लेकिन, उन्होंने आगे कहा, हमें ईमानदार होना चाहिए: "समझौता विफल नहीं हो रहा है, बल्कि हम अपनी प्रतिक्रिया में विफल हो रहे हैं। जो विफल हो रहा है वह कुछ लोगों की राजनीतिक इच्छाशक्ति है। सच्चे नेतृत्व का अर्थ है सेवा, और उस पैमाने पर समर्थन जो बदलाव ला सके। जलवायु कार्रवाई से अधिक मजबूत और न्यायसंगत आर्थिक व्यवस्थाएँ निर्मित होंगी। मजबूत जलवायु कार्रवाई और नीतियाँ - दोनों ही एक अधिक न्यायपूर्ण और स्थिर दुनिया में निवेश हैं।"

अपने संदेश के अंत में पोप लियो ने विभिन्न देशों एवं आस्था के वैज्ञानिकों, नेताओं और धर्माध्यक्षों के कार्यों को याद किया जिनके साथ हम चलते हैं। उन्होंने कहा, “हम सृष्टि के संरक्षक हैं, इसकी लूट के लिए प्रतिद्वंद्वी नहीं।"

और इसी बात को ध्यान में रखते हुए, पोप ने उपस्थित सभी लोगों से एक स्पष्ट वैश्विक संकेत देने का आग्रह किया, जो "पेरिस समझौते और जलवायु सहयोग के पीछे अटूट एकजुटता" का था।

अंत में, पोप लियो ने कहा, "अमाजोन के संग्रहालय को उस स्थान के रूप में याद किया जाए जहाँ मानवता ने विभाजन और इनकार के बजाय सहयोग को चुना।"

वीडियो संदेश के बाद, कार्यक्रम में उपस्थित वैश्विक दक्षिण का प्रतिनिधित्व करनेवाले कार्डिनलों ने मछली पकड़नेवाला एक जाल भेंट किया। यह जाल 2019 में पैन-अमाजोन क्षेत्र पर धर्मसभा के दौरान पोप फ्राँसिस को दिए गए जाल की प्रतिकृति है, जिसे अमाजोन के कई आदिवासी समुदायों ने एकता और शांति के प्रतीक के रूप में बुना था।

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18 नवंबर 2025, 15:15