ग्वादालुपे की माता मरियम के पर्व दिवस पर ख्रीस्तयाग अर्पित करते पोप लियो 14वें ग्वादालुपे की माता मरियम के पर्व दिवस पर ख्रीस्तयाग अर्पित करते पोप लियो 14वें  (ANSA)

ग्वादालुपे की माता मरियम के ख्रीस्तयाग में पोप : मरियम आनन्द लाती हैं जहाँ मानवीय खुशी कम है

पोप लियो 14वें ने ग्वादालुपे की माता मरियम के पर्व दिवस पर शुक्रवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर में समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा कहा कि माता मरियम “अमेरिका के निवासियों में यह खुशी जगाती हैं कि वे ईश्वर के प्रिय हैं।”

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार, 13 दिसंबर 2025 (रेई) : पोप लियो ने शुक्रवार को ग्वादालुपे की माता मरियम के पर्व दिवस पर अपने प्रवचन में कहा कि ख्रीस्तीय परंपरा धन्य कुँवारी मरियम को “प्रेम की माता” मानती है।

उन्होंने आगे कहा, “सुसमाचार में, हम सुनते हैं कि मरियम एक ऐसे इंसान के रूप में जीती हैं जो दुनिया को अपने जीवन में आने देतीं और उसे बदल देती हैं।” दूत के संदेश को पाकर खुशी से भरी मरियम, अपने पूरे जीवन से “उन जगहों पर खुशी लाती हैं जहाँ मानवीय खुशी काफी नहीं है।”

पोप ने कहा, “ग्वादालुपे में यही हुआ, जहाँ कुँवारी मरियम ने संत जुआन डिएगो से उनकी मातृभाषा में बात की। पोप लियो ने कहा कि “चल रहे संघर्षों, अन्याय और दुःखों के बीच, जिनसे राहत की तलाश है, ग्वादालुपे की माता मरियम अपने संदेश का सार बताती हैं: ‘क्या मैं यहाँ नहीं हूँ, मैं जो तुम्हारी माँ हूँ?’” उन्होंने आगे कहा, “मरियम वह आवाज हैं जो ईश्वरीय निष्ठा की प्रतिज्ञा को प्रतिध्वनित करती हैं, जब जीवन असहनीय हो जाता है तो वे सहारा देनेवाली उपस्थिति होती हैं।”

हमारी माँ के रूप में मरियम हमें कहती हैं, “[येसु] हमसे जो कुछ कहते हैं, वही करो,” और हम बदले में प्रत्युत्तर देते हैं, “हाँ, माँ, हम आपके सच्चे बच्चे बनना चाहते हैं। जब हमारी शक्ति कमजोर हो जाए और छाया बढ़ जाए, तो हमें बतायें कि विश्वास में कैसे आगे बढ़ा जाए। हमें यह समझने में मदद कीजिए कि आपके साथ, ठंढ़ भी गुलाब खिलने का मौसम (क्योंकि वहाँ कड़ाके की ठंढ़ में गुलाब नहीं खिलती) बन सकती है।”

तब उन्होंने पुत्र तुल्य भक्ति से माता मरियम से सीधे प्रार्थना की। उनसे कहा कि वे दुनिया को सिखाएँ कि वह ऐसे गुटों में न बंटे जिनमें कोई समझौता न हो; युवाओं को विश्वास में मजबूत रहने में मदद करें; कलीसिया से भटके हुए लोगों को ढूंढें, और परिवारों को मजबूत करें।

पोप ने कहा, “कुँवारी मरियम,” “हम भी आपकी तरह, अपने दिलों में सुसमाचार को रखें,” यह मानते हुए कि जहाँ भी सुसमाचार का प्रचार किया जाता है, “सब कुछ सुंदर, सही और नवीन हो जाता है।”

अंत में, संत पापा ने माता मरियम से संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के रूप में उनकी सेवा में अपना साथ देने के लिए प्रार्थना की, ताकि वे उस रास्ते पर जो उनके गर्भ के धन्य फल की ओर ले जाता है, चलने में उन सभी लोगों को सुदृढ़ कर सकें जिन्हें [उन्हें] सौंपा गया है।”

अपने प्रवचन को समाप्त करते हुए, पोप ने प्रार्थना की कि, मरियम की सुरक्षा पर भरोसा करते हुए, धन्य कुँवारी मरियम हमें “यह आशीर्वाद दें कि हम येसु और एक-दूसरे के साथ और अधिक एकजुट होकर, उस अनन्त निवास की ओर आगे बढ़ें, जिसे उन्होंने हमारे लिए तैयार किया है, और जिसमें [माता मरियम] हमारा इंतजार कर रही हैं।”

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13 दिसंबर 2025, 15:39