मेरी मील्स की सशक्त प्रेरिताई
वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, 08 सितम्बर 2025 (रेई) बच्चों के लिए भोजन उपलब्ध करने के संबंध में प्रेरिताई कर रही मेरी मील्स के प्रेरितिक कार्य अपने अभूतपूर्व हैं।
मेरी मील्स वह चैरिटी संस्थान है जो बच्चों के लिए विद्यालयों में भोजन की व्यवस्था करती है जिससे बच्चे स्कूल की ओर रूख कर सकें। यह संस्थान जलवायु परिवर्तन, गंभीर खाद्य असुरक्षा या संघर्ष के हालात से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों के लिए, स्कूल में भोजन व्यवस्था करती है जिससे बच्चे घरों से स्कूलों जाने को प्रेरित हों। 7.1 करोड़ प्राथमिक स्कूल की उम्र के बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल नहीं जाते – यह संख्या यूके, यूरोप, अमेरिका और कनाडा में प्राथमिक शिक्षा में नामांकित बच्चों की कुल संख्या से भी ज़्यादा है – लेकिन शोध से पता चलता है कि स्कूल में अच्छे भोजन की उपलब्धता बच्चों को स्कूल जाने हेतु बड़ी संख्या में प्रेरित कर रहा है।
मेरी मील्स के संस्थापक और सीएओ, मैग्नस मैकफार्लेन-बैरो ने कहा, “हम 8 सितम्बर को मेरी मील्स दिवस के रूप में मनाते हैं क्योंकि यह मरियम का जन्म दिन है जो हमारी प्रेरिताई को रेखांकित करती है जहाँ हम प्रति करीबन 3 मिलियन बच्चों के लिए विद्यालयों में खाने की व्यवस्था करते हैं।”
कम से कम एक बच्चे की चिंता
बैरी ने कहा कि “3 मिलियन की इतनी बड़ी संख्या, मेरे लिए एक बहुत ही सरल और छोटी सी बात है। हम सभी इस में योगदान दे सकते हैं। हम में से हर कोई कम से कम एक बच्चे को खाना खिला सकता है। हमें हमेशा बड़ी संख्याओं के बारे में सोचने की ज़रूरत नहीं है – हम एक समय में एक बच्चे के बारे में सोच सकते हैं। उनमें से हर एक का अपना नाम है, ईश्वर उन्हें प्रेम करते हैं।”
विदित हो की मेरी मील्स एक ऐसी संस्था है जिसिका कार्यक्रम नौ देशों में बड़े पैमाने पर विस्तार से चल रहा है, जिसके तहत बच्चों को विद्यालय में खाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस कार्यक्रम के तहत विगत 18 महीने में मलावी, हैती, ज़ाम्बिया, ज़िम्बाब्वे, दक्षिण सूडान और इथियोपिया जैसे देशों में लाखों बच्चे इस कार्यक्रम से लाभांवित हुए हैं।
संस्थान की पहुंच
इथियोपिया के युद्धग्रस्त टिग्रे क्षेत्र में, इस चैरिटी ने अपनी पहुंच 700% से अधिक बढ़ा दी है। 2024 की शुरू में उसके द्वारा लगभग 30,000 बच्चों को भोज देने की सुविधा थी, वहीं अब इसकी पहुँच 245,000 से अधिक बच्चों तक हो गई है। इसमें ऐसे बच्चों को जीवन बदलने वाला पोषण संबंधी सहयोग मिल रहा है, जिन्हें सालों तक संघर्ष, पीड़ा और शिक्षा में रुकावटों का सामना पड़ा है।
इस चैरिटी संस्थान के द्वारा मलावी में कुल 13,15,000 और ज़ाम्बिया में 6,05,000 से अधिक बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। यह ऐसे समय में हुआ है जब दोनों देशों में समुदाय सूखे, बाढ़ और अन्य चरम मौसम की घटनाओं के साथ-साथ आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हैती में राजनीतिक अशांति और हिंसा के बीच, मेरी मील्स ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अपने ज़रूरी कार्यक्रमों के माध्यम से 1,96,000 से अधिक बच्चों तक भोजन खिलाने में सफल रहा है।
संस्थान का लक्ष्य
संस्थान के संस्थापक और सीएओ, बैरो ने कहा कि “यह कार्य हमें उत्साह मनाने हेतु नहीं, बल्कि कुछ करने का आह्वान देता है। हम नेक लोगों से मेरी मील्स आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध करते हैं, ताकि हमारा यह लक्ष्य पूरा हो सके कि दुनिया का हर बच्चा अपने स्कूल में रोज़ाना एक समय का भोजन ग्रहण करे। हमने करीबन 30 लाख बच्चों तक अपनी पहुँच बनाई है, जो बहुत अच्छी बात है, लेकिन दुःख की बात यह है कि अभी भी लाखों बच्चे भूखे रहने के कारण स्कूल नहीं जा पाते हैं। “आज, जहाँ दुनिया में हमारे पास सभी के लिए पर्याप्त भोजन है, फिर भी हजारों बच्चे भूखों मर जाते हैं।
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