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कहानी

बेतलेहम में शांति और सृष्टि की देखभाल के नए बीज

समावेशन, शिक्षा और जैव विविधता का संरक्षण। येसु की जन्मभूमि में, दो युवाओं ने एक लौदातो सी सर्किल लॉन्च किया है और क्रेमिसान सलेसियनों और वीआईएस के साथ मिलकर पारिस्थितिकी की संस्कृति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बेतलेहम, मंगलवार 26 जुलाई 2022 (वाटिकन न्यूज) : “आज मिशन का समय है और साहस का समय है! लड़खड़ाते कदमों को मजबूत करने का साहस, अपने आप को सुसमाचार के लिए समर्पित करने के उत्साह को पुनः प्राप्त करना, उस शक्ति में विश्वास को पुनः प्राप्त करना जिसमें मिशन फलता-फूलता है। यह साहस का समय है, भले ही साहसी होने का मतलब सफलता की गारंटी न हो। लड़ने के लिए साहस की आवश्यकता होती है, जीतने के लिए जरूरी नहीं; घोषणा करने के लिए जरूरी है न कि धर्मपरिवर्तन के लिए। हमें हर किसी के सामने खुद को खोलने के लिए साहस की आवश्यकता होती है ... अहंकारी हुए बिना, अविश्वसनीयता का सामना करने के लिए हमें साहस की आवश्यकता होती है।" संत पापा फ्राँसिस ने 23 अक्टूबर 2016 को अपने देवदूत प्रार्थना के पूर्व दिये संदेश में यही कहा था।

उस संदेश को तभी से वेरोनिका कोराड्डू ने अपना लिया। 19 साल की उम्र में, उसने रोम जाने के लिए अपनी प्यारे द्वीप सार्देनिया को छोड़ दिया और मिशन एवं सामाजिक सहयोग की यात्रा शुरू की। अपने भावी पति फाबियो पालुम्बो, विकास के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी (इतालवी में, "वीआईएस") के साथ, उसने दुनिया की यात्रा शुरू की: मलावी से तंजानिया, दक्षिण सूडान और फिर फिलिस्तीन पहुँची। उसने बेथलहम में, अन्य युवा लोगों के साथ, पवित्र भूमि में पहला लौदातो सी 'सर्कल बनाने में मदद की।

महामारी के दौरान, दो बच्चों की इस 35 वर्षीय मां ने भी मध्यस्थता के लिए भाषाओं और संस्कृतियों में डिग्री प्राप्त करने का फैसला किया और ऑनलाइन क्लास शुरू कर दिया। उसमें निश्चित रूप से साहस की कमी नहीं है, न ही पर्यावरण के मुद्दों के लिए जुनून की कमी है, इसलिए उसने इस नई चुनौती से जूझने का फैसला किया। वेरोनिका कहती है, "पवित्र भूमि सुंदर है, यह हर कोने में इतिहास को उजागर करता है, लेकिन हरे-भरे क्षेत्रों की कमी है और पर्यावरण के लिए बहुत सम्मान नहीं है, अक्सर सड़कों के किनारे, कचरों के ढेर देखने को मिलते हैं; लोग तेज रफ्तार कारों से कचरा फेंक आगे बढ़ जाते हैं; एक पारिस्थितिक संस्कृति की कमी है, यही कारण है कि हम काथलिक और ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीय संत पापा फ्राँसिस के निमंत्रण को मुस्लिम भाइयों और बहनों और सहयोग करने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को सामान्य घर की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध करना चाहते हैं जिसे ईश्वर ने हमें दिया है।

पृथ्वी दिवस पर बेथलहम में लौदातो सी सर्कल की प्रस्तुति
पृथ्वी दिवस पर बेथलहम में लौदातो सी सर्कल की प्रस्तुति

आशा के बीज

बेथलेहम सर्कल को आधिकारिक तौर पर 13 मई 2022, अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस पर लॉन्च किया गया। बेइट जाला में सलेसियन मठ की जमीन पर बनाए गए क्रेमिसान पार्क के उद्घाटन के दौरान समारोह आयोजित किया गया था: परियोजना सहयोग और विकास के लिए इतालवी एजेंसी (एआईसीएस) द्वारा सह-वित्तपोषित और वीआईएस,"प्रो तेर्रा सान्ता" और संत पापा जॉन पॉल द्वितीय फाउंडेशन सहित कई गैर सरकारी संगठनों द्वारा प्रायोजित किया गया था। इसमें सबसे आगे डॉन बॉस्को के सलेसियन हैं जो 130 वर्षों से क्रेमिसान में मौजूद हैं और इन्होंने बेथलेहम प्रशासन के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में संयुक्त सेवा परिषद का सहयोग दिया है। युवा लोगों को शिक्षित करने की अपने संस्थापक के करिश्मे के अनुसार अपनी गतिविधियों को केंद्रित किया है।

संत पापा फ्राँसिस के विश्वपत्र लौदातो सी के अनुसार लोगों सहित सभी क्षेत्रों में परिवर्तन की आशा  करते हैं।

देखने में, यह किसी भी खेल के मैदान की तरह लग सकता है, लेकिन यह जगह इससे कहीं बढ़कर है: यह बच्चों और युवाओं को आनंद देने की वास्तविक संभावना प्रदान करती है, उन्हें मतभेदों से परे, एक साथ बढ़ने का अवसर देती है। यह शांति और सुलह का संकेत है, शहरी संदर्भ में और पारिस्थितिक संस्कृति का परिचय देने का एक तरीका है, साथ ही यह खुली हवा में एक "स्कूल" है जहां पर्यावरण शिक्षा और फिलिस्तीनी जैव विविधता सिखाई जाती है।

हमारे सामान्य घर की देखभाल के बारे में बच्चों को शिक्षित करने के लिए बहुत सारी गतिविधियाँ
हमारे सामान्य घर की देखभाल के बारे में बच्चों को शिक्षित करने के लिए बहुत सारी गतिविधियाँ

फिलिस्तीन में एआईसीएस के निदेशक गुलिएल्मो जोर्दानो ने गौर किया कि "परियोजना का महत्व मूल रूप से समावेश की भावना में निहित है। यह एक ऐसा देश है जिसमें लोग ज्यादातर अपने मतभेदों को इंगित करते हैं, जबकि परियोजना यह उजागर करने की कोशिश करती है कि लोगों में क्या समानता है, क्या हमें एक जैसा बनाता है, बच्चे और बचपन हर जगह एक जैसे हैं।"

फिलिस्तीन में वीआईएस प्रतिनिधि लुइजी बिसेलिया ने कहा, "खेल के साथ-साथ हम चाहते हैं कि वे इस बात से अवगत हों कि पर्यावरण का सम्मान करना कितना महत्वपूर्ण है और साथ ही हम खुशी मनाना चाहते हैं कि आखिरकार हमारे पास एक नया खेल का मैदान है, एक हरे-भरे क्षेत्र के भीतर, जो बेथलहम के सभी परिवारों के लिए उपलब्ध है। मध्य पूर्व के सलेसियन फादर एलेसांद्रो लियोन ने कहा कि क्रेमिसान "अक्सर समाचारों में विभाजन के स्थान के रूप में दिखाया गया है, एक विवादित जगह और हम चाहते हैं कि यह शांति का नखलिस्तान, मुलाकात का नखलिस्तान, ज्ञान का नखलिस्तान बन जाए, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस कहते हैं, हमारा एक साझा घर है। इसे एक ऐसा स्थान बनने दें, जहां युवा लोग एक दूसरे, प्रकृति और ईश्वर के साथ एकता एवं एक उपयोगी रिश्ते को विकसित कर सकें।"

क्रेमिसान पार्क
क्रेमिसान पार्क

वेरोनिका की गवाही

इस संदर्भ में, रोम सर्कल "नेले सेल्वे" और वीआईएस मिशन की सहायता से पवित्र भूमि में पहले लौदातो सी 'सर्कल ने पूरे क्षेत्र में अभिन्न पारिस्थितिकी के बीज को फैलाने के उद्देश्य से जड़ें जमा ली है।

वेरोनिका ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा,"यह सब बहुत जल्दी हुआ, जब मुझे इस पहल को अनुप्राणित करने के लिए कहा गया, तो मैंने बिना सोचे समझे हाँ कहा और अब मेरे पास लागू करने के लिए बहुत सारे विचार हैं। यह सच है, युवाओं को अनुप्राणित करने के लिए हम बहुत कम हैं, लेकिन हमारे उत्साह में भी कमी नहीं है। संत फ्रांसिस असीसी की उसी भावना से अनुप्राणित, अपने आम घर की सेवा में अपनी प्रतिभाओं को रखने का हमारा संकल्प दृढ़ है। हमने क्रेमिसान पार्क के उद्घाटन के दौरान पहली बार स्थानीय समुदाय के सामने अपना परिचय दिया। उनका स्वागत हमें बहुत अच्छा लगा। बच्चों के साथ हमने बचाई गई सामग्री के साथ गतिविधियों का आयोजन किया, स्ट्रॉबेरी के छोटे पौधे लगाए, प्लास्टिक की बोतलों को पुनर्नवीनीकरण किया और उन्हें इस प्रिय भूमि की जैव विविधता से परिचित कराना शुरू किया।"

एक अंतर लाने के लिए एक साथ काम करना
एक अंतर लाने के लिए एक साथ काम करना

समावेश और संवाद

वेरोनिका खुद को विभिन्न संस्कृतियों के बीच एक पुल के रूप में देखती है और एक युवा फिलिस्तीनी का खुशी से स्वागत करती है जो इसमें शामिल होना चाहता है। वेरोनिका ने कहा, "इस शहर में काथलिक अल्पसंख्यक हैं। 90 प्रतिशत आबादी मुस्लिम हैं, लेकिन यह असमानता हमें हतोत्साहित करने के बजाय, हमें इस चुनौती का सामना करने के लिए और भी अधिक तैयार करता है। इसके अलावा, बेथलेहम के साथ हम ख्रीस्तियों के लिए एक गहरा संबंध है: यहीं से प्रेम और मुक्ति की कहानी शुरू हुई। येसु का जन्म यहीं हुआ था और भले ही वे बाद में येरूसालेम में रहे, यह वही स्थान है जहाँ उन्होंने अपना जीवन बिताया था, लोगों को उपदेश दिया करते थे। परंतु अफ़सोस की बात है कि पर्यावरण को देखते हुए, इस भूमि के साथ थोड़ा 'दुर्व्यवहार’ किया गया है। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि ऐतिहासिक और कलात्मक विरासत की सुरक्षा को पर्यावरण, प्रकृति की देखभाल से अलग नहीं किया जा सकता है। इसलिए यहां लौदातो सी सर्कल के साथ होना ईश्वर की स्तुति करने जैसा है, जैसा कि संत फ्रांसिस असीसी ने प्रकृति और जीवों के गुनगान भजन में किया था, जो हमारे चारों ओर हैं।”

वेरोनिका ने इस मिशन को अपना लिया है और उसने संत पापा फ्राँसिस की पृथ्वी और गरीबों की पुकार सुनने की नसीहत को अपने हृदय में अंकित की है। वे कहती हैं, "संत पापा फ्राँसिस के शब्द एक चेतावनी है, लेकिन वे एक सटीक दिशा का संकेत भी देते हैं, इसलिए यह हमारे ऊपर है कि हम विचारों और पहलों को फलने-फूलनें दे। सभी लौदातो सी सर्कलों की तरह, विशेष रूप से बेथलेहम में हम सृष्टि की देखभाल के लिए आवश्यक मूल्यों का प्रसार करना चाहते हैं, जोश लाना चाहते हैं, पारिस्थितिक शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं,  प्रार्थना और पर्यावरण-आध्यात्मिक बैठकों को भूले बिना, हम कचरे से भरे इस शहर को साफ करने के लिए तैयार होना चाहते हैं।

वेरोनिका ने कहा,"यह एक पर्यावरण के अनुकूल शहर नहीं है, बहुत सारा प्लास्टिक बर्बाद और खपत होता है, कोई रीसाइक्लिंग संस्कृति नहीं है और हम अक्सर सड़कों को गंदगी से भरा देखते हैं। पर्यावरण की शिक्षा में अपने बच्चों से शुरु करती हूँ। मैं अपने बच्चों में यह यह विचार डालना चाहती हूँ कि हमें रास्ता में कचरा नहीं फेंकना चाहिए,  हमें हर दिन छोटे साहसी विकल्प बनाना चाहिए। जो मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करता है वह है गरीबों की पुकार सुनने की जरूरत। दक्षिण सूडान के बाद, हमने एक मिशनरी परिवार बनने के लिए वास्तव में एक क्रांतिकारी चुनाव किया और यदि आप अच्छाई फैलाते हैं, तो परोपकार का संचार होगा और हम यहां भी आम घर की देखभाल का एक नेटवर्क बनाना चाहते हैं।"

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26 July 2022, 13:21