खोज

संतियागो की तीर्थयात्रा संतियागो की तीर्थयात्रा 

संतियागो की तार्थयात्रा में पवित्र आत्मा द्वारा हाईजैक

"संतियागो : द कमिनो विदिन" एक नई फिल्म का शीर्षक है जो 28 मार्च 2023 को रिलीस हो रही है। फिल्म निदेशक के अनुसार फिल्म का उद्देश्य है लोगों को दैनिक जीवन की आवाजों से मुक्त कर, जीवन बदलनेवाली तीर्थयात्रा पर सुसमाचार प्रचार को अपनाने के लिए प्रेरित करना।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

68 मिनट की इस लघु फिल्म में संतियागो चलने के दौरान तीर्थयात्रियों की शारीरिक और आध्यात्मिक यात्रा को चित्रित किया गया है।

आंतरिक यात्रा

फिल्म प्रोड्यूसर एरिन बेरघोस तीर्थयात्रियों में से एक हैं। वे बतलाती है कि कमिनो (स्पानी भाषा में चलना) उन अवसरों में से एक था जब वे “पवित्र आत्मा द्वारा हाईजैक की गई महसूस कीं।” वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में एरिन ने अपने शब्द “हाईजैक” पर प्रकाश डाला। उन्होंने बतलाया कि जब वे यात्रा पर चल रही थीं तब सब कुछ दरकिनार कर दिया गया था, दुनिया की सभी आवाजें शांत हो गई थीं और उन्होंने ईश्वर की आवाज सुनी – पहले से एक अलग प्रकार की आवाज।  

संतियागो द कमिनो विदिन को 28 मार्च को अमरीका में अंग्रेजी एवं स्पानी भाषाओं में रिलीस किया जाएगा। 

कहानी उन तीर्थयात्रियों की है जो अपनी कहानियों को साझा करते और अपनी आत्माओं के परिवर्तन और यात्रा के समापन पर प्रकट होनेवाली चमक को दिखाते हैं।

फिल्म का ट्रेलर

एक यात्रा सभी के लिए

एरिन ने गौर किया है कि “सुसमाचार प्रचार करना” विशेषकर काथलिकों के लिए परिचित शब्द लग सकता है लेकिन कमिनो में आश्चर्यजनक बात ये है कि हरेक साल हजारों काथलिक और गैर-काथलिक तीर्थयात्रा करते हैं।

उन्होंने कहा, “मैं सचमुच विश्वास करती हूँ कि जब आप तीर्थयात्रा पर जाते हैं, चाहे किसी भी मतलब से, आप बदलते हैं और अपने आपका गहरा ज्ञान प्राप्त करते हैं, एक बेहतर समझदारी कि मुझसे बढ़कर और कुछ है। एरिन कहती है कि “चाहे जो भी हो यह एक अच्छा विकास है, एक साहस या एक तीर्थयात्रा है, जब हम तीर्थयात्रा पर चलते हैं हमारे दीये में तेल भरता है और हम इस दुनिया में अधिक रोशनी के साथ जगमगाते हैं।”

एरिन बेरघोस
एरिन बेरघोस

हर दिन सीखना

अपनी इस फिल्म के बारे बोलते हुए एरिन बतलाती है कि फिल्म को किस तरह अलग रूप में तैयार किया गया है, उस अनुभव के बाद जिसको उसने खुद अनुभव किया है।

वे कहती हैं कि हरदिन एक सीखने का दिन है और हरेक फिल्म जिसको उन्होंने तैयार किया खुद अपनी ही आत्मा के लिए शिक्षाप्रद बन गई है।

“एक कलाकार के रूप में, आपकी कला अपनी ही आत्मा का प्रतिबिम्ब बन जाती है। वे बतलाती हैं कि आप जितना चाहें शोध कर सकते हैं लेकिन दिन के अंत में, अपनी बुद्धि के प्रयोग के बाद, यह आपका हृदय, आपकी आत्मा ही है जो कला में प्रदर्शित होती है।”

जितना संभव हो उत्तम करना

एरिन ने कहा, “फिल्म का केंद्रविन्दु है, सबसे पहले, ईश्वर को खुश करना, उन्हें वह सब कुछ देने की कोशिश करना, जितना दिया जा सकता है।"

“यद्यपि मेरे पास वह है जिसे हम मानव का लक्ष्य कह सकते हैं, लेकिन ईश्वर की योजना हमेशा बहुत बड़ी है और मैं जो कुछ भी अपने मानवीय बुद्धि से कर सकती हूँ उससे अधिक खूबसूरत है। हमने अपनी ओर से उत्तम करने की कोशिश की है, इस उम्मीद से कि उन्हें खुश कर सकें। यही सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य है।”  

एलिन ने कहा, “लेकिन सिर्फ इतना ही नहीं। फिल्म का निर्माण लोगों को तीर्थयात्रा के लिए प्रेरित करना है, हालांकि इस बात पर भी ध्यान दिया गया है कि हरेक व्यक्ति ऐसा नहीं कर सकता, चाहे किसी भी कारण से। और यदि आप उनमें से एक हैं तो हमारी उम्मीद हैं कि हम इस फिल्म के द्वारा इसे आपके लिए लेकर आ रहे हैं। हम आपके लिए संत याकूब और खूबसूरत देश स्पेन में उनकी यात्रा और सुसमाचार प्रचार को प्रस्तुत करने जा रहे हैं।”

हमारी उम्मीद कि आप प्रेरित होंगे

एरिन ने कहा, “हमारी आशा है कि आप इससे प्रेरित होंगे, अपने दैनिक जीवन की आवाजों से अपने आपको दूर रखकर, यात्रा कर पायेंगे।”

संतियागो की तीर्थयात्रा
संतियागो की तीर्थयात्रा

 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

22 March 2023, 11:16