आयरलैण्ड के संरक्षक सन्त पैट्रिक के पर्व पर महाधर्माध्यक्ष
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर, वाटिकन सिटी
आयरलैण्ड, शुक्रवार, 17 मार्च 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पैट्रिक के पर्व दिवस के उपलक्ष्य में 17 मार्च को आयरलैण्ड के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष तथा आयरलैण्ड के काथलिक धर्माधिपति आरमाघ के महाधर्माध्यक्ष एमॉन मार्टिन ने सन्त पैट्रिक की जीवनी पर चिन्तन प्रकाशित कर सबके प्रतिईश्वर की आशीष की शुभकामना की।
काथलिकों के सन्त
विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया 17 मार्च को सन्त पैट्रिक का पर्व दिवस मनाती है। सन्त पैट्रिक आयरलैण्ड के संरक्षक सन्त भी हैं।
सन्त पैट्रिक दिवस की समसामयिकता तथा विश्व एवं आयरलैण्ड के काथलिकों के लिये सन्त के महत्व को प्रकाशित कर महाधर्माध्यक्ष मार्टिन ने वाटिकन न्यूज़ के साथ बातचीत में कहा कि वे आरमाघ से बात कर रहे थे जो कि सन्त पैट्रिक की कलीसियाई पीठ है तथा जहाँ के महागिरजाघर में ही सन्त ने आयरलैण्ड की कलीसिया की नींव रखी थी। उन्होंने कहा कि सन्त पैट्रिक का पर्व दिवस आयरलैण्ड के काथलिकों के साथ सम्पूर्ण विश्व के काथलिकों के लिये एक महत्वपूर्ण दिवस है।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि वे इस बात के प्रति आश्वस्त हैं कि सन्त पैट्रिक सम्पूरअम जगत के काथलिकों के सन्त हैं और इसीलिये उनके नाम पर विश्व के कई देशों में गिरजाघरों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा, वास्तव में मुझे लगता है कि सन्त पैट्रिक आधुनिक समय के संत हैं, क्योंकि जब हम उनके लेखन को पढ़ते हैं, तो हमें पता चलता है कि एक युवा किशोर के रूप में उनकी तस्करी आयरलैंड में की गई थी।
मानव तस्करी के विरोधी
महाधर्माध्यक्ष मार्टिन ने कहा, "पैट्रिक मानव तस्करी का शिकार बनाये गये थे, इसलिए उनके मन में उन सभी लोगों के प्रति बड़ी सहानुभूति थी जो पीड़ित या जो विस्थापित थे, या उन लोगों के लिए जो किसी भी कारण से उत्पीड़ित या शोषित थे।"
महाधर्माध्यक्ष मार्टिन ने सन्त पैट्रिक की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयरलैण्ड में जब पैट्रिक धर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये थे तब उन्होंने नये ख्रीस्तीयों की तस्करी का खण्डन किया था जिन्हें अपहृत करने के उपरान्त दास बना दिया जाता था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार, सन्त जोसफीन भकिता के साथ-साथ हम सन्त पैट्रिक को भी मानव तस्करी के शिकार लोगों के संरक्षक सन्त निरूपित कर सकते हैं।
महाधर्माध्यक्ष मार्टिन ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस इस वर्ष अपने परमाध्यक्षीय काल के दस वर्ष पूरे कर रहे हैं और इन दस वर्षों में उन्होंने कई बार हमसे निर्धनों की, आप्रवासियों की तथा धरती की पुकार सुनने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इसमें हम मानव तस्करी के शिकार तथा युद्ध एवं हिंसा के कारण विस्थापित हो रहे लोगों के रुदन को भी जोड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये सभी लोग सन्त पैट्रिक में किसी ऐसे व्यक्ति को पाते हैं जिसके पास उनके प्रति सहानुभूति है और ऐसे व्यक्ति को जो आधुनिक दुनिया की दुर्दशा को समझ सकता है। उन्होंने कहा कि सन्त पैट्रिक वास्तव में आधुनिक दुनिया के लिए एक महान सन्त हैं, वे समस्त विश्व के लिये एक सन्त और एक महान आदर्श हैं।
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