खोज

धर्मबहनों के नेतृत्व में संवाद धर्मबहनों के नेतृत्व में संवाद 

धर्मबहनों ने आप्रवासन की चुनौतियों पर चिंतन किया

महिला धर्मसमाजों की परमाधिकारिणियों के अंतरराष्ट्रीय संघ (यूआईएसजी) ने रोम स्थित अपने मुख्यालय में, शरणार्थियों और आप्रवासियों के मुद्दे को लेकर एक सभा में भाग लिया, जो हमारे समाज के भविष्य के लिए प्रमुख मुद्दों पर संवादों की श्रृंखला में दूसरी संगोष्ठी है।

वाटिकन न्यूज

आप्रवासन के मूल कारण का विश्लेषण करने तथा वैश्विक एकजुटता फंड (जीएसएफ) के सहयोग से सुपीरियर जेनेरलों के अंतरराष्ट्रीय संघ (यूआईएसजी) द्वारा आयोजित आप्रवासन पर सिस्टर के नेतृत्व वाली बातचीत का मुख्य उद्देश्य समावेशी और टिकाऊ समाधानों को बढ़ावा देने के लिए संसाधनों के आवंटन के तरीकों का पता लगाना है।

संगोष्ठी रोम स्थिति यूआईएसजी कार्यालय में 3 जुलाई को सम्पन्न हुई जो दूसरी संगोष्ठी थी। पहली संगोष्ठी 17 अप्रैल को जलवायु परिवर्तन के सेमिनार के साथ सम्पन्न हुई थी।

इन कार्यक्रमों को सरकारी प्रतिनिधियों के बीच विषयगत बहसों की एक श्रृंखला के रूप में संरचित किया गया है, जिसको अक्टूबर 2023 में रोम में आयोजित होनेवाले पहले यूआईएसजी हिमायती मंच के साथ समाप्त किया जाएगा।

सभा में दुनिया भर से धार्मिक काथलिक महिलाओं ने मानवीय सहायता, मानवाधिकार, अभिन्न मानव विकास, सामाजिक एकजुटता सहित अन्य मुद्दों पर विचार किया।

यूआईएसजी ने “संवाद” की एक श्रृंखला आयोजित की है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों को एक साथ लाया है एवं महिला धर्मसमाजी, जरूरतमंद लोगों और समुदाय की रक्षा में एक ठोस भूमिका अदा करना चाहते हैं।

व्यक्ति को केंद्र में रखना

प्रतिभागियों में से एक सिस्टर कार्मेन एलिसा बंदेओ जो मूल रूप से अर्जेंटीना की है और अंतरराष्ट्रीय आप्रवासी एवं शरणार्थी नेटवर्क का संचालन करती है, उन्होंने इस सभा पर संतुष्टि व्यक्त की है और बताया कि यह 2013 में भूमध्यसागर में आप्रवासियों के जहाज डूबने से उत्पन्न स्थिति के जवाब में शुरू हुआ था।

उन्होंने इसकी सराहना एक ऐसे मंच के रूप में की जो बढ़ रहा है, अंतर-सामुदायिक और अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के निर्माण की सुविधा प्रदान कर रहा है "स्थानीय समुदाय और शरण चाहनेवालों के माध्यम से आनेवाले समुदाय के बीच पुल के रूप में कार्य कर रहा है।"

उन्होंने अपनी और अपनी साथी धर्मबहनों की प्राथमिकताओं और प्रतिबद्धताओं के बारे में वाटिकन न्यूज़ के सेबस्तियन सैन्सन से बात की।

उन्होंने कहा, “मैं इस संवाद के साथ यहां आकर बहुत खुश हूँ क्योंकि हम, अपनी परियोजनाओं में, व्यक्ति को सभी नीतियों और सभी हिमायती प्रयासों के केंद्र में रखना चाहते हैं। मानव व्यक्ति हर चीज़ के केंद्र में सबसे महत्वपूर्ण तत्व है।”

उन्होंने समाज को यह याद दिलाने की अपनी प्रतिबद्धता को याद किया कि इटली और दुनिया के अन्य हिस्सों में आनेवाले सभी लोग कुछ बेहतर तलाश रहे हैं और एक बेहतर दुनिया की तलाश में हैं। उन्होंने कहा, "उनके साथ मिलकर, हम उस बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं," उन्होंने कहा कि दुनिया भर में धर्मबहनों द्वारा आयोजित परियोजनाएँ इस आशा को वास्तविक बनाने में मदद करती हैं, खासकर सूचनाओं के आदान-प्रदान और नेटवर्क विकसित करने के माध्यम से।

"हमारे लिए, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि यूआईएसजी दूसरा संवाद है जो हम कर रहे हैं। पहला पर्यावरण था, अब प्रवासन है। लेकिन वे दोनों एक साथ चल रहे हैं क्योंकि यह मानव व्यक्ति है, जो वास्तव में इस बदलाव को ला सकता है और संकट का जवाब दे सकता है, या मैं कहूंगा, यह संकट नहीं है, यह हमारे समाज के लिए एक नई चुनौती है।"

उन्होंने कहा कि अपने अनुभव से उन्होंने खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की आवश्यकता को पहचाना।

 

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

04 July 2023, 16:47