मिशन के लिए तीन दिवसीय मीडिया कौशल कार्यशाला एवं प्रशिक्षण: अमृत तलिथाकुम भारत
सिस्टर विनीता कुलेश एचसीएम
गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर, 08 अक्टूबर, 2025 (वाटिकन न्यूज) : निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज द्वारा अमरत तलिथा कुम इंडिया के प्रतिभागियों के लिए 3 से 5 अक्टूबर, 2025 तक रचनात्मक पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, डिजिटल स्टोरीटेलिंग, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), सोशल मीडिया और साइबर सुरक्षा पर केंद्रित तीन दिवसीय मीडिया कौशल कार्यशाला का आयोजन निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज गाजियाबाद में किया गया। जिसमें भारत के 15 राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए 23 धर्मसंघों की 38 धर्मबहनों ने भाग लिया।
निस्कॉर्ट के निदेशक फादर रॉबिन्सन रोड्रिग्स ने मीडिया उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरणों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपयोग को समझाया।
डिजिटल सुरक्षा की बढ़ती प्रासंगिकता पर बल देते हुए, निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रितु दुबे तिवारी ने साइबर सुरक्षा जागरूकता और ऑनलाइन खतरों से बचाव के उपायों की महती आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
मीडिया कौशल कार्यशाला का उद्देश्य धार्मिक बहनों के बीच डिजिटल कौशल को बढ़ाना और ज़िम्मेदार मीडिया जुड़ाव को बढ़ावा देना था। श्री आकाश सिंह (असिस्टेंट प्रोफेसर, निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज) द्वारा, प्रतिभागियों को फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, वीडियो शूटिंग के बारे में बताया गया एवं विस्तृत जानकारी दी गई।
सुश्री रुचिका महाजन (प्रोफेसर, निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज) द्वारा कैनवा, डिजाइनिंग, एवं विभिन्न डिजिटल और सोशल मीडिया एप्प के बारे में बताया गया।
श्री सुमित धनराज (सिग्निस इंडिया उपाध्यक्ष और स्वतंत्र पत्रकार) द्वारा समाचार लेखन, रिपोर्ट, पटकथा लेखन और डिजिटल संचार का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने लघु फिल्मों, वीडियो और वृत्तचित्रों सहित विभिन्न मीडिया प्रारूपों के माध्यम से रचनात्मक कहानी कहने की कला का अन्वेषण किया। उन्होंने प्रतिभागियों को समाचार लेखन, संपादन और रिपोर्टिंग के मूल सिद्धांतों से परिचित कराया। उन्होंने आकर्षक और संवादात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से, अच्छी पत्रकारिता के सिद्धांतों, पढ़ने और लिखने की अच्छी आदतें विकसित करने के महत्व और आधुनिक संचार में नैतिक मीडिया प्रथाओं की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने धर्मबहनों को काथलिक और धर्मनिरपेक्ष, दोनों मीडिया मंचों में सक्रिय योगदानकर्ता बनने और न्याय एवं मानवीय गरिमा की वकालत करने के लिए अपनी आवाज़ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. सिस्टर मिशेल मथियास (असिस्टेंट प्रोफेसर, निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज) के द्वारा रणनीतिक सोशल मीडिया उपयोग पर कक्षा ली गई। डॉ. सिस्टर मिशेल बताया कि-"यह अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक है कि हम उचित स्थान और उचित समय पर सामाजिक कल्याण में मीडिया का उपयोग करते हैं।"
निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को विभिन्न सत्रों के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया। जिनमें प्रौद्योगिकी को मिशन-उन्मुख संचार के साथ एकीकृत किया गया। कार्यशाला में प्रचार, नेटवर्किंग और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में सोशल मीडिया के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
तीसरे दिन कोर्स के अंत में अमरत तलिथा कुम इंडिया की परियोजना निदेशिका, सिस्टर रेजिना रुज़ारियो ने जीवन के अनुभव बताते हुए मानव तस्करी विरोधी सत्र दिया। उन्होंने तलिथा कुम और अमरत तलिथा कुम इंडिया के बारे में भी बताया। इसकी शुरुआत और कार्यप्रणाली के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि तलिथा कुम कोई एनजीओ नहीं, बल्कि नेटवर्क का नेटवर्क है।
कार्यक्रम का समापन एक प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ। फादर रोड्रिग्स और अमरत तलिथा कुम इंडिया की अध्यक्ष सिस्टर मीरा आर.जी.एस ने प्रतिभागियों की अपने समुदायों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने में उनकी सक्रिय भागीदारी और समर्पण की सराहना की एवं प्रोत्साहन दिया।
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