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बुधवारीय आम दर्शन समारोह का एक दृश्य, 12.01.2022 बुधवारीय आम दर्शन समारोह का एक दृश्य, 12.01.2022  (Vatican Media)

"अर्थव्यवस्था लोगों व धरती की सेवा में हो, मुनाफे की नहीं"

"महामारी के बाद के भविष्य" विषय पर आयोजित एक विश्व सम्मेलन को सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को, लोगों और धरती की, सेवा में रखने के लिए ठोस प्रतिबद्धताओं का आह्वान किया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 14 जनवरी 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): "महामारी के बाद के भविष्य" विषय पर आयोजित एक विश्व सम्मेलन को सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को, लोगों और धरती की, सेवा में रखने के लिए ठोस प्रतिबद्धताओं का आह्वान किया।

महामारी ने बदला रहन-सहन

अखण्ड मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने बुधवार को वाटिकन कोविद -19 आयोग तथा एक बहुराष्ट्रीय पेशेवर सेवा नेटवर्क "डेलॉइट" के साथ मिलकर एक ऑनलाइन सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें व्यापार, वित्त, विकास और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में कार्यरत नेताओं सहित शिक्षाविदों ने भाग लिया। सम्मेलन में इस विषय पर गहन विचार-विमर्श किया गया कि महामारी ने किस कदर हमारे समाजों एवं हमारे रहन-सहन को बदल कर रख दिया है।

सम्मेलन को प्रेषित एक सन्देश में सन्त पापा ने इस बात की पुनरावृत्ति की कि "हम इस संकट से समान रूप से नहीं उभरेंगे"। वाटिकन कोविड -19 आयोग की भूमिका के विषय में उन्होंने कहा कि आयोग "सर्वोत्तम उपलब्ध विज्ञान के साथ-साथ सुसमाचार के यथार्थवाद को प्रकाशित कर हाशिए पर जीवन यापन करनेवालों के साथ एकजुटता" पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा, कि महामारी को आये दो वर्ष बीत चुके हैं तथापि, दुर्भाग्यवश, हमें स्वीकार करना पड़ता है कि इन दिनों में हमने विश्व को बेहतर बनाने के कई मौके खो दिये हैं, क्योंकि नये तरीके के अन्यायों एवं नये तरह की असमानताओं को देखा जा रहा है। सन्त पापा ने असमान वैक्सीन वितरण, गरीबी में वृद्धि, और हथियारों के व्यापार एवं  पर्यावरण के सामने प्रस्तुत चुनौतियों पर प्रकाश डाला।

मुनाफे के आगे लोगों को रखा जाये

संत पापा फ्राँसिस ने प्रतिभागियों से "भव्य सिद्धांतों के बारे में इरादों या संदेशों की घोषणा" से परहेज करने का आह्वान किया। इसके बजाय, उन्होंने व्यापारिक नेताओं से "लाभ, विस्तार, और अल्पकालिक तथा सबसे छोटी अवधि के रिटर्न" के बजाय "अत्यधिक ग़रीबी से बाहर निकलने वाले लोगों की संख्या" के रूप में अपनी सफलता के मापदण्ड को फिर से परिभाषित करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, "मैं आपसे, अपनी भूमिका निभाने के लिए, ठोस प्रतिबद्धता का आग्रह करता हूँ, ताकि अर्थव्यवस्था और वित्तीय निकाय लोगों और हमारी धरती माता की सेवा में हो।" उन्होंने प्रश्न किया कि "क्या उन परिस्थितियों को आश्वस्त करना इतना मुश्किल है जिनमें हर कोई अपने काम से दुनिया को बदलने में योगदान दे सके?"

सन्त पापा ने कहा कि प्रत्येक अपने-अपने कार्य क्षेत्र और दायरे में विश्व को एक बेहतर स्थल बनाने में सहायता प्रदान कर सकता है, इसके लिये ज़रूरी है कि हम सब अपनी-अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वाह करें तथा सभी "एक अलग भविष्य तैयार करने का दृढ़ संकल्प करें।"

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14 January 2022, 11:41