संत पापा का दक्षिण सूडान में यात्रा का आदर्श वाक्य"मैं प्रार्थना करता हूँ कि सब एक हों"
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
जुबा, मंगलवार 31 जनवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 31 जनवरी सुबह डीआर कोंगो एवं दक्षिणी सूडान के लिए रवाना हुए। 31 जनवरी से 3 फरवरी तक डीआर कोंगो का दौरा करने के बाद, 3 फरवरी अपराहन में दक्षिण सूडान की यात्रा करेंगे, जहाँ वे 5 फरवरी तक रहेंगे, देश के नागर अधिकारियों, काथलिकों, आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों और अन्य ख्रीस्तियों के साथ बैठक करेंगे।
अपनी यात्रा से पूर्व 29 रविवार को देवदूत प्रार्थना के बाद संत पापा ने अपने संदेश में याद किया कि वे अंग्लिकन महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी और रेव डॉ. इयान ग्रीनशील्ड्स के साथ दक्षिण सूडान आएंगे।
उन्होंने कहा, "दक्षिण सूडान में, मैं कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष और स्कॉटलैंड के कलीसिया की महासभा के मॉडरेटर के साथ पहुंचूंगा। भाइयों के रूप में, हम एक साथ शांति की ख्रीस्तीय एकता वर्धक तीर्थयात्रा करेंगे।"
दक्षिण सूडान की प्रेरितिक यात्रा का लोगो
संत पापा फ्राँसिस की दक्षिण सूडान की प्रेरितिक यात्रा का आदर्श वाक्य है, "मैं प्रार्थना करता हूँ कि सब एक हों।" जो संत योहन के सुसमाचार अध्याय 17 महापुरोहित मसीह की प्रार्थना से लिया गया है। दक्षिण सूडान के मानचित्र की रूपरेखा ध्वज के रंगों को दर्शाती है। बाईं ओर कबूतर देश में शांति की इच्छा का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक जैतून की शाखा ले जाता है केंद्र में, दो हाथ जुड़े हुए हैं जो एक राष्ट्र बनाने वाली जनजातियों के मेल-मिलाप का प्रतिनिधित्व करते हैं। दाईं ओर, क्रूस देश की ईसाई विरासत और उसके कष्टों के इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है। क्रूस के आगे शिलालेख "मैं प्रार्थना करता हूँ कि सब एक हों" और संत पापा की प्रेरितिक यात्रा की तारीख 3-5 फरवरी 2023 है।
2011 को बना नया राष्ट्र दक्षिण सूडान
दक्षिण सूडान उत्तर-पूर्व अफ़्रीका में स्थित स्थल-रुद्ध देश है। जुबा देश की वर्तमान राजधानी और सबसे बड़ा शहर भी है। देश के उत्तर में सूडान गणतंत्र, पूर्व में इथियोपिया, दक्षिण-पूर्व में केन्या, दक्षिण में युगान्डा, दक्षिण-पश्चिम में कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य और पश्चिम में मध्य अफ़्रीकी गणराज्य है।
दक्षिण सूडान को 9 जुलाई 2011 को जनमत-संग्रह के पश्चात स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस जनमत-संग्रह में भारी संख्या में देश की जनता ने सूडान से अलग एक नए राष्ट्र के निर्माण के लिए मत डाला। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। अपनी आजादी के ठीक बाद से राष्ट्र को आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
दक्षिण सूडान में 7 धर्मप्रांत, 124 पल्लियाँ 787 पास्टोरल सेंटर हैं। धर्माध्यक्षों की कुल संख्या 10, धर्मप्रांतीय पुरोहितों की संख्या 18 धर्मसंघी पुरोहितों की संख्या 115, धर्मबहनों की संख्या 218, लोकधर्मी मिशनरी 3 और 6 समर्पित लोकधर्मी हैं।
जुबा महाधर्मप्रांत
जुबा महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष स्टीफन अमेयु मार्टिन मुल्ला हैं। इस महाधर्मप्रांत में 849,000 काथलिक, 16 पल्लियाँ, 2 गिरजाघऱ, 47 धर्मप्रांतीय पुरोहित, 26 नियमित धर्मप्रांतीय पुजारी, 12 सेमिनरी ब्रादर्स, 41 धर्मसंघी पुरोहित, 71 धर्मबहनें, 32 शैक्षणिक संस्थान, 15 चारिटी सेंटर है ।
वे रविवार को दक्षिण सूडान के विश्वासियों के साथ पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान करने के बाद रोम लौट आएंगे।
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