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होलोकॉस्ट स्मरण दिवस पर  वाटिकन में  संत पापा से मुलाकात करने आयी एडिथ ब्रुक होलोकॉस्ट स्मरण दिवस पर वाटिकन में संत पापा से मुलाकात करने आयी एडिथ ब्रुक  (ANSA)

संत पापा ने एडिथ ब्रुक को जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजा

संत पापा फ्राँसिस ने नाजी नरसंहार पीड़ित और लेखिका एडिथ ब्रुक को उनके 92वें जन्मदिन पर बधाई देते हुए कहा कि उनका काम "युवाओं को एक आदर्श के लिए लड़ने के महत्व के बारे में बताता है।"

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 3 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने बुधवारीय आमदर्शन समारोह में हंगरी की अपनी हाल की यात्रा के बारे में बताया। बताने के दौरान उन्होंने रुककर अपनी तैयार टिप्पणियों को एक तरफ रख दिया और कहा,"रोम में हमारे पास एक उत्कृष्ट हंगेरियन कवयित्री हैं, जो कई परीक्षणों से गुज़री हैं और उत्पीड़न एवं निराशा से पराजित नहीं होने के बारे में और युवाओं को एक आदर्श के लिए लड़ने के महत्व के बारे में बताती हैं।”

आज इस कवयित्री का 92वां जन्मदिन है: "जन्मदिन मुबारक हो, एडिथ ब्रुक!"

बुराई का साक्ष्य

लेखिका और नाजी नरसंहार पीड़िता, श्रीमती ब्रुक का जन्म 1931 में हंगेरियन यहूदी माता-पिता के यहाँ हुआ था।

1944 में उसे और उसके परिवार को एक यातना शिविर में भेज दिया गया, जहाँ उसके माता-पिता और भाई की मृत्यु हो गई। 1945 में ब्रुक को उसकी बहन के साथ शिविर से मुक्त कर दिया गया था।

वह सबसे पहले रहने के लिए हंगरी गई, उसके बाद इज़राइल चली गईं और अंत में रोम में बसने के लिए आ गई, यहाँ उन्होंने एक लेखक के रूप में अपना करियर शुरू किया।

ब्रुक ने अपना अधिकांश काम - जिसमें उपन्यास, कविता, नाटक, अनुवाद और पटकथाएँ शामिल हैं - उन बुराइयों का गवाह बनने के लिए समर्पित किया है जिसे उसने नरसंहार उत्पीड़न शिविरों में अनुभव किया था। वे कहती हैं कि उसे उत्पीड़न शिविर में दो साथी कैदियों द्वारा "उत्पीड़न की कहानी सुनाने" के लिए कहा गया था। वे आप पर विश्वास नहीं करेंगे। लेकिन अगर आप बच गई तो हमारे नाम पर भी कहानी बताना।”

संत पापा फ्राँसिस के साथ दोस्ती

2021 में, वाटिकन सिटी के दैनिक समाचार पत्र ओसरवातोरे रोमानो ने होलोकॉस्ट मेमोरियल डे के लिए श्रीमती ब्रुक के साथ एक साक्षात्कार को प्रकाशित किया। संत पापा फ्राँसिस ने साक्षात्कार पढ़ा और उससे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उनसे मिलने का अनुरोध किया।

एक महीने बाद, उसने रोम में उसके अपार्टमेंट का दौरा किया, उसे बताया कि वह उनकी गवाही के लिए धन्यवाद देने और नाजी लोकलुभावनवाद के पागलपन से शहीद हुए अपने लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए आये हैं।"

संत पापा फ्राँसिस के अपनी किताब देते हुए एडिथ ब्रुक
संत पापा फ्राँसिस के अपनी किताब देते हुए एडिथ ब्रुक

फिर दोनों पत्र, फोन कॉल और उपहारों का आदान-प्रदान करने लगे और दोस्ती बढ़ती गई। एक साल बाद, श्रीमती ब्रुक वाटिकन में संत पापा के आवास में संत पापा फ्राँसिस से मिलने आईं और सोनो फ्रांसेस्को (मैं फ्राँसिस हूँ) नामक एक किताब लिखी, जिसमें उनकी मुलाकात को दर्शाया गया था, जिसके लिए संत पापा ने प्रस्तावना लिखी थी।

उनकी दूसरी बैठक के बाद, परमधर्मपीठ के प्रेस कार्यालय ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि उनकी बातचीत "अतीत की यादों को युवा पीढ़ी तक पहुँचाने के मूल्य पर केंद्रित थी, जिसमें इसके सबसे दर्दनाक पहलू भी शामिल थे, ताकि उसी त्रासदी में गिरने से बचा जा सके।"

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03 May 2023, 15:19