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काथलिक महिला ओं के विश्वव्यापी संघ की सदस्याओं  से मुलाकात, 08.03.2023 काथलिक महिला ओं के विश्वव्यापी संघ की सदस्याओं से मुलाकात, 08.03.2023   (AFP or licensors)

महिलाओं की स्थिति पर परमधर्मपीठ

न्यू यॉर्क में 09 से 13 मार्च तक महिलाओं की स्थिति पर जारी संयुक्त राष्ट्र संघीय आयोग के 67 वें सत्र में राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर कहा कि महिलाओं और लड़कियों को पुरुषों के समान अधिकार दिये जाने की दिशा में काम किया जाये...

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

न्यू यॉर्क, शुक्रवार, 10 मार्च 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): न्यू यॉर्क में 09 से 13 मार्च तक महिलाओं की स्थिति पर जारी संयुक्त राष्ट्र संघीय आयोग के 67 वें सत्र में राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष गाब्रिएल काच्या ने कहा कि यह सत्र महिलाओं और लड़कियों के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार अवसरों और चुनौतियों दोनों की जांच करने का सुअवसर है।   

स्वस्थ सम्मानजनक संबंध

सन्त पापा फ्राँसिस के शब्दों को उद्धृत कर उन्होंने कहा कि "आज भी, कई देशों में, महिलाओं को दूसरे दर्जे का नागरिक माना जाता है ... और उन्हें अध्ययन करने, काम करने, तथा अपनी प्रतिभाओं को नियोजित करने के अवसर से वंचित रखा जाता है।" इसके लिये शिक्षा पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा उन समाजों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है जो महिलाओं और पुरुषों के साथ समान रूप से व्यवहार करते हैं और यह परिवार के भीतर शुरू होता है, जो "समाज की मौलिक इकाई है।"

महाधर्माध्यक्ष काच्या ने कहा कि माता-पिता डिजिटल सुरक्षा कौशल सिखाने के साथ-साथ लिंगों और समाजीकरण के सकारात्मक एवं स्वस्थ सम्मानजनक संबंध बनाने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। बच्चों और विशेष रूप से लड़कियों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए माता-पिता को डिजिटल ज्ञान और ऑनलाइन सुरक्षा उपकरण प्रदान करने की नितान्त आवश्यकता है।

इस बात के प्रति ध्यान आकर्षित कराते हुए कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी महिलाओं और लड़कियों के लिए आजीवन सीखने के अवसर पैदा कर सकती हैं, महाधर्माध्यक्ष काच्या ने कहा कि हालांकि यह व्यक्तिगत रूप से स्कूली शिक्षा का विकल्प नहीं है, तथापि दूरस्थ शिक्षा ने आपातकालीन स्थितियों के दौरान लड़कियों को अपनी पढ़ाई जारी रखने में सक्षम बनाया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि रोज़गारी काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाते हुए ऑनलाइन पढ़ाई महिलाओं को अध्ययन के लिए सुकार्यता प्रदान कर सकती है।

उपकरण दिये जायें

महाधर्माध्यक्ष काच्या ने कहा कि डिजीटल शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित आदि क्षेत्रों में महिलाओं और लड़कियों को शामिल करने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने स्मरण दिलाया कि महिलाएं और लड़कियां इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए उपकरण दिए जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के लिए समानता हासिल करने की दिशा में ग़रीबी उन्मूलन के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस बात की ओर उन्होंने ध्यान आकर्षित कराया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं और बच्चों के गरीबी में रहने की संभावना अधिक है, जिससे हिंसा और शोषण का ख़तरा बढ़ जाता है।

उन्होंने कहा कि असमानता को कम करने में सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे प्रौद्योगिकी तक पहुंच बढ़ती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि तकनीकी प्रगति के लाभ सभी द्वारा साझा किए जायें एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता की ज़रूरत है, विशेष रूप से, यह सुनिश्चित करने के लिये कि महिलाएं और लड़कियां तेज़ी से बढ़ती डिजिटल दुनिया में पीछे न छूट जायें।  

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10 March 2023, 11:26