खोज

परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय  

येसु धर्मसमाजियों के तीन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों का एक इकाई में विलय

येसु धर्मसमाज द्वारा संचालित तीन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों को एक इकाई में शामिल करने के पोप फ्राँसिस के संकेत का स्वागत करते हुए, परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय के साथ दो अन्य विश्वविद्यालयों का एक इकाई में विलय किया जाएगा।

वाटिकन न्यूज

रोम, मंगलवार, 19 मार्च 2024 (रेई) : पोप फ्राँसिस के अनुरोध पर, सोसाइटी ऑफ जीसस ने रोम में अपने संचालित तीन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों को एक एकल न्यायिक इकाई में विलय कर दिया है।

15 मार्च 2024 को परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी के रेक्टर फादर मार्क लुईस एस.जे. ने सोसाइटी ऑफ जीसस के सुपीरियर जेनेरल फादर अर्तूरो सोसा एस.जे. और परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय के वाइस ग्रैंड चांसलर से एक चिट्ठी प्राप्त की, जिसमें लिखा है कि विश्वविद्यालय के नए सामान्य कानून, स्थायी रूप से परमधर्मपीठीय बाइबिल संस्थान और परमधर्मपीठीय पूर्वी कलीसियाई संस्थान को शामिल करते हैं।

ग्रेगोरियन की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह 19 मई 2024, पेंतेकोस्त रविवार को लागू होगा।

तीनों संस्थान एक समान अनुबंध साझा करते हैं, क्योंकि उन सभी को पोप द्वारा येसु धर्मसमाजियों को सौंपा गया था।

तीन संरचनाएँ

ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय की स्थापना 1551 में संत इग्नासियुस लोयोला ने की थी, जिसने सदियों से 'रोमन कॉलेज' के रूप में प्रसिद्ध शैक्षणिक केंद्र के रूप में कार्य किया है। जबकि परमधर्मपीठीय बाईबिल संस्थान की स्थापना 1909 में पवित्र धर्मग्रंथ के उच्च अध्यय केंद्र के रूप में किया गया था। और परमधर्मपीठीय पूर्वी कलीसियाई संस्थान की स्थापना 1917 में कलीसियाई विज्ञान और पूर्वी रीति की कलीसिया के कैनन लॉ के उच्च अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया गया था।

पोप फ्राँसिस के संकेत

17 दिसंबर, 2019 को पोप फ्राँसिस द्वारा हस्ताक्षरित चिट्ठी (कैरोग्राफ) प्राप्त करने के बाद कानून बनाए गए थे। इस पत्र में, संत पापा ने आदेश दिया था कि परमधर्मपीठीय बाइबिल इंस्टीट्यूट और परमधर्मपीठीय पूर्वी रीति की कलीसियाई इंस्टीट्यूट को अपने स्वयं के नाम और मिशन को बरकरार रखते हुए ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय में शामिल किया जाए।

इस तरह वे अब "विश्वविद्यालय की शैक्षणिक इकाइयों के रूप में एक ही न्यायिक ईकाई" के हिस्से हैं।

उद्देश्य है वर्तमान संदर्भ में अपने विशिष्ट मिशन को पूरा करने के लिए दोनों परमधर्मपीठीय संस्थानों की क्षमता में सुधार करना।

पोप फ्राँसिस ने पूर्वी रीति की कलीसियाओं के विभाग के लिए "परमधर्मपीठीय ओरिएंटल इंस्टीट्यूट के मिशन का समर्थन और प्रचार" जारी रखने की भी इच्छा व्यक्त की थी, साथ ही उस विभाग के प्रीफेक्ट ने कहा था कि कि वह संस्थान के लिए संरक्षक का कार्य संभाले।

संत पापा ने दो परमधर्मपीठीय संस्थानों को शामिल करते हुए परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय के लिए नए नियम तैयार करने की शक्ति येसु धर्मसमाज के सुपीरियर जनरल और इसमें शामिल संस्थानों को सौंप दी थी।

परमधर्मपीठ के संस्कृति और शिक्षा विभाग ने 11 फरवरी, 2024 को नई विधियों की पुष्टि और अनुमोदन किया।

ग्रेगोरियन का प्रशासन

परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय एक एकल रेक्टर द्वारा शासित होता है, जिसे उनकी परिषद द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। परिषद में तीन अध्यक्ष शामिल हैं जो पूरे विश्वविद्यालय के प्रबंधन की जिम्मेदारी साझा करते हैं। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक निदेशक और कुलपति द्वारा नियुक्त छठा सदस्य भी परिषद के हिस्से हैं।

19 मई, 2024 को निम्नलिखित व्यक्ति तीन साल के कार्यकाल के लिए पद ग्रहण करेंगे: फादर जुसेप्पे दी लूचो एस.जे. कोलेजियुम मैक्सिमुम के अध्यक्ष; फादर पीटर डुबोव्स्की एस.जे. परमधर्मपीठीय बाइबिल इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष; फादर सनी थॉमस कोक्कारावक्यिल एस.जे. पोंटिफिकल ओरिएंटल इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष; फादर डेविड ई. नज़र एस.जे. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक निदेशक के रूप में, और श्री लुइजी एलेना रेक्टर काउंसिल के छठे सदस्य के रूप में।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

19 March 2024, 16:36