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वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी में पहली  स्मनातक महिलाएं 1929 में, तस्वीरः 1936 वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी में पहली स्मनातक महिलाएं 1929 में, तस्वीरः 1936  

वाटिकन में प्रथम महिला शैक्षणिक कर्मचारियों की 95वीं वर्षगांठ

वाटिकन सिटी और राज्य में पहली बार 1929 में, वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी ने डॉक्टरेट की डिग्री से सम्पन्न युवा महिलाओं के एक समूह को नियुक्त किया था।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 8 मार्च 2024 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन सिटी और राज्य में पहली बार 1929 में, वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी ने डॉक्टरेट की डिग्री से सम्पन्न युवा महिलाओं के एक समूह को नियुक्त किया था। इन महिला विशेषज्ञों के अनुभव सकारात्मक रहे लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बारह साल बाद ही यह परियोजना समाप्त हो गई। आज, वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी में 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी महिलाएँ हैं, जिनमें से कई नेतृत्व पदों पर हैं।

नवीनता का प्रवाह

वाटिकन की प्रेरितिक लाइब्रेरी में उस समय कार्यरत फ्राँस के पुरोहित और लेखक फादर यूजीन तिसराँ ने सन् 1927 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका में विभिन्न ग्रन्थागारों की भेंट के उपरान्त वाटिकन की लाइब्रेरी में महिला विशेषज्ञों की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बताकर उनकी नियुक्ति उस समय की थी जब वाटिकन के किसी भी कार्यलय  में महिलाओं की उपस्थिति नामुमकिन थी।

सन् 1929 वाटिकन में नवीनता का वर्ष सिद्ध हुआ। लातेरान संधि ने काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष को इटली से क्षेत्रीय स्वतंत्रता की गारंटी दी, जिससे निर्माण में तेजी आई और रेनासाँस अवधि यानि कि नवजागरण के बाद से वाटिकन में अभूतपूर्व नवीनता का प्रवाह शुरू हुआ। यह इसलिये भी सम्भव हुआ क्योंकि तत्कालीन सन्त पापा पियुस 11 वें ख़ुद अपने युवा काल में वाटिकन लाइब्रेरी के अध्यक्ष रह चुके थे। अक्टूबर 1929 में वाटिकन में आने वाली पहली महिला शिक्षाविद् फ्रांसीसी मध्यकालीन जीन ओडिएर थीं।

महिलाओं का प्रतिनिधित्व

सन् 2012 से कार्यारत वाटिकन लाइब्रेरी की पहली महिला सचिव, राफायेला विन्चेन्सी ने बतायाः "कुल मिलाकर, 24 महिलाएं थीं। उन्हें नौकरी पर रखा गया और पांडुलिपि सूची पर काम करने के लिये दिया गया।" उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि उनमें से अधिकांश ने अपनी डिग्री रोम के विश्वविद्यालय, ला सापियेन्सा से प्राप्त की थी, और कुछ ने वाटिकन स्कूल ऑफ़ लाइब्रेरी साइंस से, जिसे सन्त पापा पियुस 11 वें ने 1934 में स्थापित किया था और जो संयोगवश फादर यूजीन तिसराँ की संयुक्त राज्य अमरीका की यात्रा का परिणाम भी था।

सुश्री विन्चेन्सीके अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ इटली और जर्मनी द्वारा युद्ध की घोषणा के उपरान्त वाटिकन में पहली महिला शिक्षाविदों का युग 1941 में समाप्त हो गया। संचार टूट गया और वाटिकन के साथ-साथ अमेरिकी फाउंडेशन में प्राथमिकताएँ बदल गईं।

उन्होंने बताया कि आज, वाटिकन लाइब्रेरी में लगभग 100 कर्मचारी हैं, "उनमें से आधे से अधिक महिलाएँ हैं, और हमारे अधिकांश विभागों का नेतृत्व महिलाएँ करती हैं।" पवित्र रोमी काथलिक कलीसिया के पुरालेखपाल और लाइब्रेरियन, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पुरुष हैं, लेकिन पांडुलिपियों, मुद्रित कार्यों, बहाली, पुनरुत्पादन, आईटी और सचिवालय के विभाग, जहां सभी सूत्र मिलते हैं, महिलाओं के हाथों में हैं।

सुश्री विन्चेन्सी कहती हैं, "यह निश्चित रूप से इस तथ्य के कारण है कि मानविकी और मानवतावादी मामलों में  महिलाओं का प्रतिनिधित्व अधिक है, जो एक वस्तुनिष्ठ स्थिति को दर्शाता है।"

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08 March 2024, 11:31