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संत पापा फ्रांसिस आमदर्शन समारोह में संत पापा फ्रांसिस आमदर्शन समारोह में  (AFP or licensors)

संत पापाः सुसमाचार प्रचार सभों का कार्य

संत पापा फ्रांसिस ने सुसमाचार प्रचार के प्रति प्रेरितिक उत्साह पर अपनी धर्मशिक्षा माला का समापन किया।

वाटिकन सिटी

संत पापा फ्रांसिस ने अपनी बुधवारीय आमदर्शन समारोह में वाटिकन के संत पापा पौल षष्ठम के सभागार में एकत्रित सभी विश्वासियों और तीर्थयात्रियों को संबोंत करते हुए कहा, प्रिय भाइयो एवं बहनों, सुप्रभात।

आज हम प्रेरितिक उत्साह पर अपनी धर्मशिक्षा माला का समापन करेंगे, जहाँ हमने  अपने को ईश्वर के वचनों से प्रेरित होने दिया जिससे हम प्रेरितिक जोश में सुसमाचार का प्रचार कर सकें। यह हर ख्रीस्तीय को अपने में सम्माहित करता है। संत पापा ने कहा कि हम बपतिस्मा के दौरान अनुष्ठाता के द्वारा बपतिस्मा लेने वाले व्यक्ति के कानों, होठों का स्पर्श करते हुए घोषित किये जाने वाले शब्दों पर विचार करें, “प्रभु येसु ख्रीस्त जिन्होंने बहरों को सुनने और गूंगों को बोलने की शक्ति दी, तुम्हें शीघ्र ही अपने वचनों को सुनने और विश्वास को घोषित करने की शक्ति दे।”

बहरा-गूंगपन, धर्मग्रंथ में एक उपमा

हमने येसु की चमत्कारों के बारे में सुना है। सुसमाचार लेखक संत मारकुस ये सारी बातें कहाँ घटित हुईं उसके बारे में जिक्र करते हुए कहते हैं,“यह गलीलिया झील की ओर हुआ...” उन सीमांतों में कौन-सी चीजें सामान्य हैॽ उन प्रांतों में मुख्यतः गैर-ख्रीस्तीय निवास करते थे। उन सीमांतों में इस्रराएली, यहूदी नहीं रहते थे, बल्कि वह गैर-ख्रीस्तीयों से भरा था। येसु अपने शिष्यों के संग उन प्रांतों में जाते हैं जिससे वे बहरों को सुनने और गूंगों को बोलने की शक्ति प्रदान कर सकें। धर्मग्रंथ बाईबल में बहरे और गूंगेपन को एक उपमा स्वरूप हम देखते हैं जो येसु के निमंत्रण के प्रति बंद होने को व्यक्त करता है। हम यहाँ शारीरिक बहरेपन को पाते हैं लेकिन बाईबल के अनुसार ईश्वर के वचनों के प्रति बहरा औऱ गूंगा होने का अर्थ व्यक्ति का ईश्वर के वचनों की चर्चा नहीं करना है।

एफेता हमारे लिए निमंत्रण

एक दूसरी निशानी को हम सुसमाचार में येसु की भाषा आरमाईक में पाते हैं, “एफेता” जिसका अर्थ है “खुल जा”। तुम्हारी आँखें खुल जायें, तुम्हारी जीहृवा खुल जाये और यह हमारे लिए एक निमंत्रण को व्यक्त करता है- गूंगे और बहरे के लिए ही नहीं जो बोल और सुन नहीं पाते हैं बल्कि उस समय के शिष्यों के लिए और हर समय के लोगों के लिए। हमें भी बपतिस्मा में पवित्र आत्मा की शक्ति मिली है जिसके फलस्वरुप हम अपने को खोलने हेतु बुलाये जाते हैं। “अपने को खोलें”, येसु इसे हर विश्वासी और अपनी कलीसिया के लिए कहते हैं। हमें अपने को खोलने की जरुरत है क्योंकि सुसमाचार को घोषित करने और उसका साक्ष्य देना इसकी मांग करता है। यह हमारे लिए ख्रीस्तीय मनोभावों को भी प्रकट करता है। एक ख्रीस्तीय को चाहिए कि वह ईश्वर के वचनों और दूसरों की सेवा हेतु अपने को खुला रखें। बंद ख्रीस्तीय का अंत बुरा  होता है क्योंकि वे ख्रीस्तीय नहीं रह जाते हैं, वे आदर्शो और बंद रहने के आदर्शों तक ही सीमित हो जाते हैं। एक ख्रीस्तीय को चाहिए कि वह ईशवचनों की घोषणा और दूसरों के स्वागत हेतु खुला रहे। और यही कारण है यह एफेता, खुल जा हम सबों के लिए एक निमंत्रण है।

संत पापा- सुसमाचार प्रचार सभों की जिम्मेदारी है

सुसमाचार के अंत में भी येसु हमें अपने प्रेरिताई की चाह से वाकिफ कराते हुए कहते हैं, जाओ, चरवाहे की भांति सुसमाचार का प्रचार करो।

चिंतन करें

भाइयो एवं बहनो, संत पापा फ्रांसिस ने कहा कि हम बपतिस्मा प्राप्त लोगों के रुप में बुलाये जाने का अनुभव करें जिससे हम येसु ख्रीस्त को घोषित करते हुए उनका साक्ष्य दे सकें। एक कलीसिया के रुप में हम इस कृपा की याचना करते हैं कि हम अपने में प्रेरितिक और प्रेरिताई परिवर्तन को अंगीकार कर सकें। येसु ने गलीसिया झील के किनारे पेत्रुस से पूछा कि क्या वह उन्हें प्रेम करते हैं और इस भांति उसे अपनी रेवाड़ की देख-रेख की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि हम सब अपने में यह पूछें क्या मैं सचमुच येसु को प्रेम करता हूँ, जिससे में उन्हें घोषित कर सकूँॽ क्या मैं उनका साक्ष्य देना चाहता हूँ या सिर्फ शिष्य बने रहने से ही संतुष्ट हूँॽ क्या मैं उन लोगों को अपने  हृदय के करीब रखता हूँ जिनसे मैं मिलता हूँ, और क्या मैं प्रार्थना में उन्हें येसु के पास लाता हूँॽ क्या सुसमाचार की खुशी जो मेरे लिए परिवर्तन का कारण है, उनके लिए मैं कुछ करने की चाह रखता हूँ जिससे उनका जीवन अधिक सुन्दर हो सकेॽ  हम इस सवालों पर चिंतन करें और साक्ष्य पूर्ण जीवन में आगे बढ़ें। 

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13 December 2023, 13:11

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